इजराइल और हमास के बीच सीजफायर डील हो गई है. इसके साथ ही गाजा में 15 महीने से जारी जंग पर विराम लग जाएगा. इस डील में अमेरिका के नवर्निवाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेहद खास माने जाने वाले स्टीव विटकॉफ का अहम रोल रहा है. विटकॉफ मिडिल ईस्ट में ट्रंप के विशेष दूत हैं. नवंबर, 2024 में उनकी नियुक्ति हुई थी.
स्टीव विटकॉफ अमेरिकी वकील, रियल एस्टेट निवेशक, डेवलपर और विटकॉफ समूह के संस्थापक हैं. 2020 में ट्रंप के पहले कार्यकाल में विटकॉफ ग्रेट अमेरिकन इकोनॉमिक रिवाइवल इंडस्ट्री ग्रुप्स के सदस्य थे. ये ग्रुप अमेरिका में COVID-19 के आर्थिक प्रभाव से निपटने के लिए बनाया गया था. नवंबर 2024 में उन्हें ट्रंप द्वारा मध्य पूर्व में विशेष दूत के रूप में नियुक्त किया गया.
इजराइल और हमास के बीच डील कराने में स्टीव विटकॉफ का अहम रोल रहा है. एक अधिकारी ने कहा कि इसपर ट्रंप और बाइडेन प्रशासन साझेदारी के साथ काम कर रहा था. ट्रंप की ओर से स्टीव विटकॉफ ने मोर्चा संभाला था. पिछले 96 घंटे में वो हर वक्त एक्टिव रहे. अधिकारी अमेरिकी दूत ब्रेट मैकगर्क और विटकॉफ के बीच समन्वय की तारीफ कर रहे हैं.
ट्रंप ने भी की तारीफ
खुद ट्रंप ने भी स्टीव की तारीफ की है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, इस समझौते के साथ, मेरी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम, मध्य पूर्व के विशेष दूत स्टीव विटकोफ के प्रयासों के माध्यम से इजराइल और हमारे सहयोगियों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगी. सुनिश्चित करें कि गाजा फिर कभी आतंकवादियों का सुरक्षित ठिकाना न बने.
क्या स्टीव की नेतन्याहू से हुई थी मुलाकात?
अरब के दो अधिकारियों ने मंगलवार को द टाइम्स ऑफ इजराइल को बताया कि स्टीव विटकोफ ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक की थी. उन्होंने इजराइल को समझौते की ओर धकेलने के लिए बाइडेन की तुलना में अधिक काम किया. अधिकारी ने कहा कि विटकॉफ राजनयिक नहीं हैं. वह राजनयिक की तरह बात नहीं करते हैं. उन्हें राजनयिक शिष्टाचार और राजनयिक प्रोटोकॉल में कोई दिलचस्पी नहीं है. वह एक व्यवसायी हैं जो जल्दी से किसी सौदे पर पहुंचना चाहते हैं.
पिछले हफ्ते स्टीव विटकॉफ ने एक्स पर लिखा था, अमेरिका और डोनाल्ड ट्रंप के लिए काम करना सम्मान की बात है. ट्रंप की ताकत और बंधकों को रिहा कराना शांति के लिए एक संकेत होगा.
15 महीने से चल आ रही जंग पर विराम!
इजराइल और हमास के बीच 15 महीने से जंग चल रही है. दोनों पक्ष बुधवार को संघर्ष विराम समझौते पर सहमत हुए, जो गाजा में आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए लोगों और इजराइल में सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों की रिहाई का रास्ता साफ करता है. कतर के प्रधानमंत्री ने इसकी घोषणा की.
शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल सानी ने कतर की राजधानी दोहा में कहा कि संघर्ष विराम समझौता रविवार से लागू होगा. समझौते के तहत, क्षेत्र में अत्यंत आवश्यक मानवीय सहायता भी पहुंचाई जाएगी. हमास ने सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे और 250 अन्य को बंधक बना लिया गया था.
इसके बाद इजराइल ने जवाबी हमले किए, जिसमें 46,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए थे. इसके अलावा गाजा की अनुमानित 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो गई और मानवीय संकट पैदा हो गया.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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