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प्रदेश की योगी सरकार प्रयागराज में दिव्य, भव्य और व्यवस्थित महाकुंभ बनाने में लगी है. सरकार के निर्देशों के मुताबिक ही प्रशासन भी इसे धरातल पर उतार रहा है, लेकिन कुछ अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. ऐसा की एक वाकया सामने आया महाकुंभ के प्रथम स्नान पौष पूर्णिमा के दिन, जब तय समय पर हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा नहीं हो सकी. इस मामले में शासन ने सख्त कार्रवाई की है. हेलिकॉप्टर कंपनी के CEO समेत तीन अधिकारियों के खिलाफ अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया है.
मेला कोतवाली में यह FIR नागरिक उड्डयन विभाग उत्तर प्रदेश ने लिखाई है. विभाग के प्रबंधक परिचालन केपी. रमेश की ओर से इस मामले में तहरीर दी गई है. मेला कोतवाली पुलिस ने इस मामले में कंपनी के CEO रोहित माथुर, प्रबंधक परिचालन परम और पायलट कैप्टन पुनीत खन्ना के खिलाफ FIR दर्ज की है. फिलहाल इस मामले में पुलिस अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं.
क्या है आरोप और क्या है पूरा मामला?
निदेशालय को प्राप्त सूचना के अनुसार, पौष पूर्णिमा में श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जिम्मेदारी लेने वाली कंपनी ने निदेशालय को बिना सूचना दिए और बिना अनुमति प्राप्त किए ही अपने हेलिकॉप्टर को किसी अन्य काम से अयोध्या भेज दिया. यह कदम तय अनुबंध की शर्तों एवं प्रतिबंधों का उल्लंघन है. फर्म द्वारा किए गए इस कृत्य से शासकीय कार्यों में व्यवधान उत्पन्न हुआ, जो किसी भी प्रकार से अक्षम्य है.
दूसरी कंपनी से करानी पड़ी पुष्प वर्षा
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अनुबंधित कंपनी की ओर से हेलिकॉप्टर अयोध्या भेजे जाने के कारण पौष पूर्णिमा के दिन सुबह के समय पुष्पवर्षा नहीं कराई जा सकी, जो कि अनुबंध की शर्तों का सीधा-सीधा उल्लंघन है. इसके तत्काल बाद में एक दूसरी कंपनी का हेलिकॉप्टर बुलाया गया और फिर शाम को संगम में पुष्पवर्षा कराई गई. इस पूरे मामले को शासन ने भी गंभीरता से लिया और कार्रवाई के लिए निर्देशित किया, जिसके बाद मुकदमा दर्ज कराया गया. मामले की जांच जारी है.
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