20 जनवरी को डॉनल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में बतौर राष्ट्रपति वापस लौटने वाले हैं. लेकिन उससे पहले, एक 137 पन्नों की रिपोर्ट सामने आई है जिसे ट्रंप कभी भी बाहर नहीं आने देना चाहते थे. इस रिपोर्ट में 6 जनवरी 2021 को हुए हमले और 2020 चुनाव को पलटने की कोशिशों की जांच का पूरा विवरण है.
रिपोर्ट जारी की है विशेष अधिवक्ता जैक स्मिथ ने, और अब ये रिपोर्ट पूरे अमेरिका में चर्चा का विषय बन गई है. अमेरिका के जिला न्यायाधीश एलीन कैनन ने ट्रंप की कोशिशों को नकारते हुए, स्मिथ की रिपोर्ट को जारी करने का आदेश दिया. अब सवाल उठता है, क्या है इस रिपोर्ट में खास?
स्मिथ कौन हैं?
जैक स्मिथ का जन्म 5 जून 1969 को हुआ था और उनका पूरा नाम जॉन लुमन स्मिथ है. उनका बचपन सिरैक्यूज़, न्यूयॉर्क के एक छोटे से उपनगर क्ले में बीता. उन्होंने स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क से 1991 में सुम्मा कम लॉडे की उपाधि हासिल की और फिर हार्वर्ड लॉ स्कूल से 1994 में ज्यूरिस डॉक्टर की डिग्री हासिल की.
स्मिथ ने 1999 तक मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के कार्यालय में अभियोजक के तौर पर काम किया और फिर ब्रुकलिन में अमेरिकी अटॉर्नी के कार्यालय में अपनी सेवाएं दीं. उन्हें ट्रंप के मार-ए-लागो एस्टेट में गोपनीय दस्तावेजों की मौजूदगी की जांच करने का काम सौंपा गया था, और साथ ही, उन्होंने 6 जनवरी 2021 को हुए हमले और 2020 चुनाव को पलटने की कोशिशों की जांच भी की.
रिपोर्ट की खास बातें क्या हैं?
इस रिपोर्ट में ट्रंप के 2020 चुनाव को पलटने के प्रयासों को विस्तार से बताया गया है. रिपोर्ट में लिखा है कि ट्रंप ने झूठे दावों के सहारे चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश की थी.
स्मिथ की टीम ने 2020 के चुनाव परिणामों को पलटने के लिए ट्रंप के कथित प्रयासों की जांच की. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अगर ट्रंप फिर से चुनाव नहीं जीतते, तो उन्हें अदालत में दोषी ठहराया जा सकता था.
ट्रंप ने खुद को बताया निर्दोष
रिपोर्ट जारी होने के बाद, ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर पोस्ट में लिखा कि वह निर्दोष हैं और स्मिथ एक “बेवकूफ वकील” हैं जो चुनाव से पहले उन्हें दोषी नहीं ठहरा सके. ट्रंप ने आगे लिखा, “जनता ने अपना फैसला सुनाया है.”
हालांकि, चुनाव में हस्तक्षेप के प्रयासों को लेकर पहले ही मीडिया में कई बातें आ चुकी हैं, लेकिन इस रिपोर्ट को विशेष अधिवक्ता ने सार्वजनिक दस्तावेज के रूप में जारी किया है, जो पहले कभी नहीं हुआ था.
स्मिथ ने पहले ही लगाया था आरोप
स्मिथ ने ट्रंप पर 2020 के चुनाव में हेरफेर करने की कोशिश का आरोप लगाया था. अगस्त 2023 में ट्रंप को इन आरोपों में दोषी ठहराया गया, लेकिन अपील के कारण मामला लम्बा खिंचता चला गया. कहा जाता है कि यह देरी उस समय के रुढ़िवादी विचारधारा वाले जजों के बहुमत के कारण हुई.
9 जजों की बेंच ने एक ऐतिहासिक फैसले में इस मामले को कमजोर किया और इसे ट्रायल कोर्ट के पास भेज दिया. इसमें से तीन जजों को ट्रंप ने नियुक्त किया था. इस बेंच ने पहली बार यह माना कि पूर्व राष्ट्रपतियों को आपराधिक मुकदमों में बरी होने की छूट मिल सकती है. रिपोर्ट को कांग्रेस को भेज दिया गया है और ट्रंप के मार-ए-लागो एस्टेट में गुप्त दस्तावेज़ रखने पर एक अलग हिस्सा तैयार किया गया है. इस मामले पर अभी सुनवाई बाकी है.
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
Source link