अमेरिका में आग लगी हुई है. वह भी उस लॉस एंजेलिस में, जहां का हॉलीवुड दुनिया को अपनी तरफ खींचता है. कम से कम 24 लोग मर चुके हैं. 16 लापता बताए जा रहे हैं. भीषण आग को बुझाने की कोशिशों के बीच अमेरिका में ये हफ्ता सत्ता परिवर्तन का भी है. अगले हफ्ते – 20 जनवरी को जो बाइडेन की जगह डोनाल्ड ट्रंप आ जाएंगे. ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. राष्ट्रपति बनते ही पहले दिन वे क्या करेंगे, इसको लेकर महज कयास हैं. जिसे लेकर कुछ उत्साहित तो कई डरे हुए हैं. इन सब के बीच 6 जनवरी, 2021 – अमेरिकी संसद के दंगों पर नए सिरे से बात होने लगी है. मगर किन्हीं और कारणों से.
जो बाइडेन जब राष्ट्रपति बने थे. तो वह 6 जनवरी को अमेरिकी संसद पर हुए हमले और दंगों पर कार्रवाई की बात किया करते थे. 6 जनवरी – वह तारीख है जब पिछले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की हार के बाद, सत्ता हस्तांतरण से ठीक पहले उनके समर्थकों ने अमेरिकी संसद पर हमला कर दिया था. मुल्क भर में हिंसक विरोध-प्रदर्शन का आलम था. इसमें कम से कम 1,250 लोगों को सजा हुई. ट्रंप का कहते रहे हैं कि वे राष्ट्रपति बनते ही पहले ही दिन इन सभी को माफी दे देंगे. मगर उनके साथ उपराष्ट्रपति बनने जा रहे जेडी वेंस की इस पर राय थोड़ी अलग है. उन्होंने एक इंटरव्यू में इसको लेकर जो कहा है, गौर करने वाला है.
ट्रंप और वेंस की राय कितनी अलग
जेडी वेंस ने दावे के साथ ये कहने से इनकार किया है कि 6 जनवरी की हिंसा में शामिल रहे सभी दंगाइयों को ट्रंप के शपथ लेने के पहले ही दिन माफ कर दिया जाएगा. वेंस का कहना है कि शांतिप्रिय प्रदर्शन किया है तो ही माफ किए जाएंगे, वरना आपको सजा काटनी होगी. जबकि ट्रंप इसमें कोई अगर-मगर अब तक नहीं लगाते दिखे हैं. हालांकि, जेडी वेंस भी काफी चतुराई से माफी की बात में इनकार करते हुए मगर अगर जोड़ते हैं. जैसे, उन्होंने कहा कि – हम न्याय के पैमाने पर सभी को बराबरी के साथ देखना चाहते हैं. बहुत से लोग ऐसे हैं, जो ये सोचते हैं कि 6 जनवरी वाले मामले में उनके सजा पारदर्शी तरीके से सजा नहीं हुई.
सजायाफ्ता लोगों पर कैसे आरोप?
1 हजार 250 लोगों से भी ज्यादा को इस मामले में दोषी ठहराया गया है. इन पर अतिक्रमण से लेकर राजद्रोह जैसे गंभीर आरोप थे. इनमें से कुछ दंगाइयों ने तो अमेरिका के सर्वोच्च अधिकारियों के घर तक पर हमले किए थे. इनमें से कई निर्वाचित शख्सियत थे. मसलन – रिपब्लिकन नेता नैंसी पेलोसी, उप राष्ट्रपति (तब के) माइक पेंस के घर पर हमला करने को अमेरिकी प्रशासन ने काफी सख्ती से लिया था. जहां तक ट्रंप और वेंस के अलावा दूसरे लोगों की बात है तो कुछ रिपब्लिकन नेता और संसद के सदस्य भी 6 जनवरी की घटना में शामिल रहे सभी लोगों को माफ करने की मांग कर रहे हैं.
दूसरे रिपब्लिकन नेताओं की राय
अमेरिकी राज्य जॉर्जिया के नेता और रिपब्लिकन पार्टी के बड़े अहम नाम टेलर ग्रीन ने पिछले हफ्ते कहा था कि 6 जनवरी के हमले में जिस किसी को भी सजा हुई है, उनको माफ कर जेल से बरी कर देना चाहिए. ग्रीन का कहना था – यहां तक की वे लोग भी जिन्होंने पुलिस के साथ झड़प की, संसद को नुकसान पहुंचाया, मुझे लगता है कि वे जेल में ठीक-ठाक समय बिता चुके हैं. ऐसे में, मुझे लगता है कि इन सभी को माफ कर देना चाहिए और जेल से छोड़ देना चाहिए. अमेरिका में अगला हफ्ता किस तरह के राजनीतिक और सामाजिक घटनाक्रम के साथ शुरू होगा, इसका जवाब 20 जनवरी से ही मिलना शुरू होगा.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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