यमन में हूती विद्रोहियों ने कहा कि इजराइली हवाई हमलों ने गुरुवार को विद्रोहियों के कब्जे वाली राजधानी सना और बंदरगाह शहर होदेइदा को निशाना बनाया. इजराइली सेना ने कहा कि उसने सना में इंटरनेशनल एयर पोर्ट और होदेइदा, अल-सलिफ और रास कांतिब के बंदरगाहों के साथ-साथ बिजली स्टेशनों पर हुतियों द्वारा इस्तेमाल किए गए बुनियादी ढांचे पर हमला किया.
इससे एक दिन पहले इजराइली पीएम नेतन्याहू ने कहा था कि हूती भी वही सीखेंगे जो हमास और हिजबुल्लाह और असद के शासन और बाकियों ने सीखा है. उनकी सरकार ने कहा कि पीएम नेतन्याहू ने सैन्य नेताओं के साथ नए हमलों की निगरानी की है. वहीं ईरान समर्थित हूती मीडिया ने हमलों की पुष्टि की लेकिन तत्काल ज्यादा जानकारी साझा नहीं की है.
यमन में हूती विद्रोहियों को बनाया निशाना
हाल के दिनों में अमेरिकी सेना ने भी यमन में हूती विद्रोहियों को निशाना बनाया है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि बंदरगाह मानवीय सहायता के लिए महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार हैं. इससे पहले तेल अवीव में एक खेल के मैदान पर हूती मिसाइल के हमले में 16 लोग घायल हो गए. पिछले हफ्ते, इजराइली जेट विमानों ने सना और होदेदाह पर हमला किया, जिसमें नौ लोग मारे गए, इसे पिछले हूती हमलों की प्रतिक्रिया बताया गया. हूती लाल सागर गलियारे पर नौवहन को भी निशाना बना रहे हैं, इसे गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता कहते हैं.
गाजा में मारे गए 5 पत्रकार
इस बीच, क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि गाजा पट्टी में एक अस्पताल के बाहर रात भर इजराइली हमले में पांच फिलिस्तीनी पत्रकार मारे गए. इज़राइली सेना ने कहा कि सभी आतंकवादी थे जो खुद को पत्रकार बता रहे थे. इस हमले ने मध्य गाजा में निर्मित नुसीरत शरणार्थी शिविर में अल-अवदा अस्पताल के बाहर एक कार को टक्कर मार दी. पत्रकार स्थानीय न्यूज आउटलेट के लिए काम कर रहे थे, जो इस्लामिक जिहाद आतंकवादी समूह से जुड़ा एक चैनल है.
गाजा में प्रवेश करने की अनुमति नहीं
पत्रकारों की सुरक्षा करने वाली समिति का कहना है कि युद्ध शुरू होने के बाद से 130 से अधिक फिलिस्तीनी पत्रकार मारे गए हैं. इजराइल ने सैन्य एम्बेडों को छोड़कर विदेशी पत्रकारों को गाजा में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी है. इजराइल ने पैन-अरब अल जज़ीरा नेटवर्क पर प्रतिबंध लगा दिया है और इसके छह गाजा पत्रकारों पर आतंकवादी होने का आरोप लगाया है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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