दुनिया में पाकिस्तान की पहचान आतंकियों के सबसे महफूज पनाहगाह की है. मोस्टवाटेंड आतंकियों के लिए कराजी किसी जन्नत से कम नहीं. रशद, शरण और सुरक्षा… आतंकियों को ये सब मुहैया कराया जाता है. हालांकि, वो अब अपने ही बुने जाले में फंसा हुआ है. दूसरों के लिए कांटे बोने वाला पाकिस्तान खुद अब आतंकवाद से पस्त है. खुद इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के डीजीपी लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने बताया है कि पाकिस्तान में एक साल में 925 आतंकवादी मारे गए हैं. इस बीच भारत को लेकर उन्होंने हास्यास्पद बयान दिया है.
सीमा सुरक्षा बढ़ाने के लिए सेना की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए चौधरी ने कहा कि हमारी सीमाओं पर अनधिकृत गतिविधियों में गिरावट दर्ज की गई है. ये बात हमारे द्वारा उठाए गए कदमों का प्रभाव दिखाती है. क्षेत्रीय तनावों पर बोलते हुए चौधरी ने भारत की ओर से किसी भी हमले का मुकाबला करने के लिए पाकिस्तानी सेना तैयार है.
पाकिस्तानी सेना के पास जवाब देने की क्षमता
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना के पास भारत को माकूल जवाब देने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि भारत ने कश्मीर को हिंसा का अड्डा बना दिया है. वहां अंतरराष्ट्रीय कानूनों का घोर उल्लंघन हो रहा है जो दुनिया के सामने है. हम कश्मीर के लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं. उन्हें कानूनी, कूटनीतिक और नैतिक समर्थन देना जारी रखेंगे.
आतंकियों के खिलाफ करीब 60 हजार ऑपरेशन
पाकिस्तान में आतंकवाद को लेकर अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि पिछले साल आतंकवादियों के खिलाफ 59 हजार 779 से अधिक ऑपरेशन किए गए. इनमें 925 आतंकवादी मारे गए. कई आतंकी गिरफ्तार किए गए. पिछले पांच साल की तुलना में पिछले साल सबसे ज्यादा आतंकवादियों का सफाया हुआ है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी है. पाकिस्तानी सेना और पुलिस व अन्य एजेंसियां आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए हर दिन 169 से ज्यादा ऑपरेशन चला रही हैं.
उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने कई आतंकवादी साजिशों को नाकाम किया है. आतंकवादी ठिकानों से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं. इन अभियानों में कई हाई-प्रोफाइल आतंकवादियों को मार गिराया गया. 73 मोस्टवांटेड आतंकवादियों को मार गिराया गया. दो आत्मघाती हमलावरों को भी पकड़ा गया. 14 आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण किया.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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