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वैश्विक मंदी के बीच अमेरिका जैसे बड़े देशों में नौकरियों में छंटनी की प्रवृत्ति ने अब कंगाल पाकिस्तान को भी अपनी जद में ले लिया है। पहले से ही नकदी संकट झेल रहे पाकिस्तान के लोग एलपीजी गैस, पेट्रोल, बिजली, रोटी,खाद्य तेल और दवा जैसी मूलभूत जरूरतों के लिए परेशान थे लेकिन अब स्टार्टअप कंपनी दाराज़ ने वहां 11 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने का ऐलान किया है। इससे वहां और संकट बढ़ने के आसार गहरा गए हैं।
दाराज़ के सीईओ बर्जर्के मिकेलसेन ने एक बयान में कहा कि कंपनी दाराज़ समूह में अपने कर्मचारियों की संख्या में 11% की कमी कर रही है। पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून से बात करते हुए टॉपलाइन सिक्योरिटीज आईसीटी के विश्लेषक नशीद मलिक ने कहा,”2022 की आखिरी तिमाही में कंपनी की फंडिंग में गिरावट आने से नौकरियों में छंटनी शुरू हुई है।”
उन्होंने कहा, ‘स्टार्टअप्स ने प्रॉफिटेबिलिटी और कैश फ्लो पर ग्रोथ को प्राथमिकता दी है, जिससे लगातार कैश खत्म हो रहा है।’
अलीबाबा के स्वामित्व वाले ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म दाराज़ ग्रुप ने कहा है कि कठिन बाजार माहौल, यूक्रेन संकट, आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान, बढ़ती मुद्रास्फीति, उच्च कर और कम सरकारी सब्सिडी कटौती के कारण यह कदम उठाया गया है। दाराज़ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बर्जर्के मिकेलसेन ने रॉयटर्स से पुष्टि की कि कटौती से 3,000 पूर्णकालिक क्षेत्रीय कर्मचारी प्रभावित होंगे।
मिकेलसेन ने रॉयटर्स को बताया कि पाकिस्तान और बांग्लादेश इस समूह के सबसे बड़े बाजार हैं। यह श्रीलंका और नेपाल में भी काम करता है। मिकेलसेन ने कहा, “बांग्लादेश और पाकिस्तान दोनों में समान संख्या में कर्मचारी प्रभावित हुए हैं, क्योंकि दोनों का बाजार आकार समान है।”
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