मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की नेता उमा भारती शराबबंदी को लेकर मुखर रहती हैं. उन्होंने अपनी ही सरकार को नई शराब नीति पर घेरा है. दरअसल, उमा भारती ओरछा में शराब दुकान न हटने को लेकर नाराज थीं. उन्होंने कहा कि ओरछा की शराब की दुकान न हट पाने का रहस्य खुल गया है. हमारी सरकार ने जब बंद करने का नोटिस दिया कई बातें गलत तरीके से प्रस्तुत की गईं.
उमा भारती ने कहा कि शराब की दुकान को लेकर यह तर्क दिया गया कि यह ओरछा के रामराजा सरकार के मंदिर से 1 किलोमीटर से ज्यादा दूर है. यह नहीं लिखा गया कि यह रामराजा सरकार के मंदिर के प्रवेश द्वार के मुहाने पर है. रोड के मध्य से सिर्फ 17 फीट की दूरी है. राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पर्यटक वहीं से प्रवेश करते हैं. उमा भारती ने इसको लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए.
7. शराब वितरण पर नियंत्रण सरकार की जिम्मेवारी है लेकिन गौ पालन, गौ संरक्षण एवं गौ संवर्धन, यह पूर्णतया समाज की जिम्मेवारी है।
8. आज भगवान राम राजा सरकार के दरबार में शराब की दुकान के सामने गाय खड़ी करके यही मेरी अपील है।— Uma Bharti (@umasribharti) February 2, 2023
रात को सात बजे के बाद शराबी झूमते हैं : उमा भारती
उन्होंने ट्वीट किया कि रात को सात बजे के बाद शराबी लोग बीच सड़क पर ही झूमते खड़े हो जाते हैं. गाली-गलौज करते हैं. इससे दुर्घटनाएं हो जाती हैं. पर्यटकों को असुविधा एवं भाजपा को भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है. यह दुकान इसके पहले अंदर की तरफ डेढ़ किलोमीटर दूर थी. कमाई कम होती थी. ठेकेदार को लाभ दिलाने के लिए जिला आबकारी विभाग ने यह दुकान यहां खुलवाई. इस दुकान के खुलने का विरोध सभी ओरछा के नागरिक, मीडिया, विद्यार्थी परिषद, बजरंग दल सभी ने किया.
शिवराज जी को इस विषय की जानकारी नहीं : उमा भारती
उमा भारती ने कहा कि यहां तक कि हमारा भाजपा का एक पदाधिकारी इस वजह से जेल गया. इतने भारी विरोध के बाद भी यह दुकान यहां बनी रही. सरकार के पास सबसे बड़ी शक्ति होती है. हमारी सरकार ऐसी शराब की दुकानों के सामने कैसे शक्तिहीन हो गई यह खोज का विषय है. मेरी जानकारी में शिवराज जी को इस संपूर्ण विषय की समग्रता से जानकारी नहीं है. मैं शिवराज जी को जानती हूं उनकी जानकारी में होता तो यह दुकान कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के आधार पर कभी भी बंद कर सकते थे.
‘शिवराज जी को शराब नीति पर अपने परामर्श भेज दिए हैं’
उमा भारती के मुताबिक,शिवराज जी ओरछा वर्ष में कई बार आते हैं. खूब लाइटें जलती हैं. धूम धड़ाका होता है. निवाड़ी जिले के विधायक एवं सांसद हमारे भाई को घेरे रहते हैं. उन्हें वास्तविकता का पता ही नहीं लग पाता. मैंने शिवराज जी को शराब नीति पर अपने परामर्श भेज दिए हैं. कमलनाथ जी से कहूंगी कि आप भी उन्हीं को भेज दीजिए और मेरे और शिवराज जी के बीच में मत आइए.इतनी जानकारी इकट्ठी करने के बाद मैं यहां के सांसद एवं विधायक को शत-प्रतिशत इसके लिए दोषी मानती हूं. वह दोनों हमारे मुख्यमंत्री जी को सत्य से अवगत ही नहीं करा पाए. अब मैं इन दोनों से बात करूंगी, क्या इन्हें राम का नाम लेने एवं रामराजा सरकार की जय बोलने का अधिकार है? इनसे मैं यह सवाल पूछूंगी यह जब मिलेंगे तब पूछूंगी.
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