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तुर्की में भूकंप से मची तबाही के बाद एक बंदरगाह में लगी भीषण आग ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आग की तेज लपटों को देखते हुए वहां से गुजरने वाले कई जहाजों को डायवर्ट करना पड़ा है। गाजियांतेप के दक्षिण-पश्चिम में करीब 112 किमी दूर इस्केंडरन पोर्ट स्थित है जहां आग लगी है। रिपोर्ट के मुताबिक, आग लगने का यह हादसा सोमवार को हुआ जिस पर अभी तक पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है। घटनास्थल से कई तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें पोर्ट के ऊपर काले धुएं के गुबार उठते नजर आ रहे हैं। तस्वीरों से पता चलता है कि आग कई कंटेनरों में लगी हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भूकंप के जोरदार झटकों के चलते शिपिंग कंटेनर गिर गए और पोर्ट पर आग लग गई। पोर्ट के आसपास की हवा में अभी भी काले धुएं और पेट्रोल की गंध घुली हुई है। दमकल की कई टीमें आग पर काबू पाने की कोशिशों में लगी हुई हैं। हालांकि, अभी यह दावे के साथ नहीं कहा जा सकता कि कब तक स्थिति सामान्य हो पाएगी। हादसे की वजह से जहाजों को तुर्की के दूसरे पोर्ट्स पर भेजा जा रहा है। कुछ शिप मिस्र के पोर्ट सईद की ओर भी भेजे गए हैं।
भूकंप की वजह से सड़कें और एयरपोर्ट क्षतिग्रस्त
दरअसल, भूकंप की वजह से सड़कें और एयरपोर्ट के साथ पोर्ट भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इस वजह से इलाके में राहत और बचाव कार्य करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। बताया जा रहा है कि सरकार और सहायता एजेंसियों की ओर से हर संभव प्रयास जारी है। मालूम हो कि तुर्की के दक्षिणी हिस्से में सोमवार को आए 2 शक्तिशाली भूकंपों के बाद 10 प्रांतों में करीब 3,432 लोग मारे गए और 21,103 घायल हुए हैं। इन विनाशकारी झटकों के बाद मंगलवार को फिर भूकंप के मध्यम झटके महसूस किए गए, जिसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 5.4 मापी गई।
भूकंप के 2 जोरदार झटकों ने मचा दी तबाही
तुर्की के दक्षिणी प्रांत कहरामनमारस में सोमवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 4:17 बजे 7.7 तीव्रता का भूकंप आया। इसके कुछ मिनट बाद देश के दक्षिणी प्रांत गजियांटेप में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया और कहरामनमारस में दोपहर बाद 01:24 बजे 7.6 तीव्रता का भूकंप आया। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने पीड़ितों के लिए सोमवार को 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। वहीं, तुर्की एयरलाइंस ने 11,000 से अधिक वॉलंटियर्स को दक्षिणी तुर्की में आए 2 शक्तिशाली भूकंप से प्रभावितों क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य के लिए पहुंचाया है।
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