बांग्लादेश के अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस ने बुधवार को एक बार फिर हसीना सरकार में चोरी की गई संपत्तियों का मुद्दा उठाया है. यूनुस ने शेख हसीना सरकार में हुए भ्रष्टाचारों की निंदा करते हुए चोरी की गई संपत्तियों की वापसी की मांग की.
77 साल की शेख हसीने विरोध प्रदर्शनों के बाद देश छोड़ कर भारत भाग गई थी. बांग्लादेश की सरकार के प्रत्यर्पण अनुरोधों के बाद भी हसीना को वापस नहीं भेजा गया है. बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने एक बयान में कहा, “अरबों डॉलर के सार्वजनिक धन की चोरी ने बांग्लादेश को गहरे वित्तीय घाटे में डाल दिया है.”
हसीना के परिवार भी जांच के दायरे में
मोहम्मद यूनुस ने कहा, “बांग्लादेश से चुराई गई रकम उसके लोगों की है, हम इसे वापस लाने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ काम करना जारी रखेंगे.” यूनुस ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि संपत्ति वापस कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पूर्व शासन ने न सिर्फ बांग्लादेश के लोगों को लूटा है, बल्कि आर्थिक स्थिरता की दिशा में देश की प्रगति में भी रुकावट डाली है.
बता दें कि बांग्लादेश का एंटी करप्शन डिपार्टमेंट (ACC) हसीना और उनके परिवार की जांच कर रहा है, जिसमें उनकी भतीजी, ब्रिटिश सांसद और भ्रष्टाचार विरोधी मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक भी शामिल हैं. ACC की ओर से हसीना के परिवार की जो जांच की जा रही है, वह रूस फंडिड परमाणु ऊर्जा संयंत्र से जुड़े 5 बिलियन डॉलर के गबन से जुड़ी है, साथ ही राजधानी ढाका के एक उपनगर में हाई-लेवल लोकेशन पर कथित रूप से कब्जा करने से भी जुड़ी है.
हसीना की सांसद भतीजी भी जांच के घेरे में
सिद्दीक ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने कुछ भी गलत किया है. ब्रिटिश संडे टाइम्स की जांच में इस दावे के बारे में जानकारी सामने आई है कि सिद्दीक ने दो बांग्लादेशी व्यापारियों से मिले एक लंदन के फ्लैट में कई साल बिताए थे.
अखबार के मुताबिक फ्लैट को हसीना से जुड़े एक बांग्लादेशी वकील को गिफ्ट के रूप में हस्तांतरित कर दिया गया. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सिद्दीक और उनके परिवार को हसीना की अवामी लीग पार्टी के सदस्यों या सहयोगियों द्वारा खरीदी गई कई अन्य लंदन की संपत्तियां दी गई या उनका इस्तेमाल किया गया.
यूनुस ने कहा, “ट्यूलिप सिद्दीक को शायद लंदन में उन्हें मिली प्रॉपर्टी के बारे में पूरी तरह पता नहीं होगा, लेकिन अब जब पता चल गया है, तो उन्हें बांग्लादेश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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