फ्रांस की एक महिला के साथ ऐसा ऑनलाइन स्कैम हुआ है, जिसने उसका बैंक अकाउंट खाली करने के साथ-साथ उसके पति से तलाक भी करा दिया. एक महिला जिसका नाम एनी बताया गया है उसने फ्रांसीसी न्यूज चैनल TF1 के “सेवन टू एट” प्रोग्राम में बताया कि उसको महीनों तक लगता रहा कि वह ब्रैड पिट की गर्लफ्रेंड है.
दरअसल स्कैमरों ने महिला को ठगने का एक नया तरीका अपनाया. उन्होंने हॉलीवुड स्टार ब्रैड पिट के नाम एक फैक सोशल मीडिया और व्हाट्सएप अकाउंट बना महिला के साथ बातचीत शुरू की. स्कैमरों ने AI की मदद से पिट की कथित सेल्फी भेजें, जिस्से महिला का यकीन और पुख्ता होता रहा.
कैसे लिए महिला से पैसे?
स्कैमरों ने महिला को बताया कि पिट की पुरानी पूर्व पत्नी एंजेलीना जोली से तलाक की वजह से उनका बैंक अकाउंट फ्रीज हो गया है. उस समय पिट का पत्नि से तलाक का केस चल रहा है. एनी ने ठगों के झांसे में आकर 830,000 यूरो (लगभग 850,000 डॉलर) ट्रांसफर कर दिए और ये विश्वास करते हुए कि वह ब्रैड पिट के साथ रिश्ते में अपनी पति को भी तलाक दे दिया.
एनी, जो मानसिक बीमारी से भी जूझ रही थीं, वो करीब डेढ़ साल तक यह मानती रही कि वह पिट से बात कर रही हैं. लेकिन सच्चाई का उन्हें तब अहसास हुआ जब पिट की असल जिंदगी में गर्लफ्रेंड इनस दे रामोन के साथ रिश्ते की खबरें सामने आईं.
इंटरव्यू के बाद लोगों की प्रतिक्रिया
TF1 चैनल पर प्रसारित हुए इस इंटरव्यू के बाद एनी को कई तरह की प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ रहा है. कई लोगों उनकी मजाक बना रहे हैं, तो कई लोगों ने TF1 चैनल के शो की निंदा करते हुए कहा कि चैनल ने पीड़ित की निजता का ख्याल नहीं रखा है.
TF1 के होस्ट हैरी रोज़ेलमैक ने मंगलवार को अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, “इस रविवार को प्रसारित हुए इंटरव्यू के परिणामस्वरूप एनी के खिलाफ उत्पीड़न की लहर चल पड़ी है. एनी की सुरक्षा के लिए, हमने इसे अपने प्लेटफॉर्म से वापस लेने का फैसला किया है.”
स्कैम में AI के इस्तेमाल से बढ़ी चिंता
स्कैमरों द्वारा किए जा रहे AI के इस्तेमाल ने सबकी चिंता बढ़ा दी है. एक तरफ AI तकनीक हमारी रोजमर्रा के जीवन को आसान कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ इसके गलत इस्तेमाल ने हमारी मुश्किलों को बढ़ा दिया है.
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
Source link