ग्वालियर जिले में पदस्थ तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान एक बार फिर विवादों में हैं. महिला को शादी का झांसा देकर शोषण करने की शिकायत पर ग्वालियर कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए तहसीलदार को भू अभिलेख कार्यालय में अटैच कर दिया गया है. इसके बाद पुलिस ने अब मामले की जांच शुरू की है.
जानकारी के मुताबिक तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान भितरवार में पदस्थ थे. उन पर ग्वालियर में रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया है कि वह तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान की पत्नी है. इसके अलावा तहसीलदार की तीन और पत्नियां भी हैं. कारनामे उजागर होने के बाद महिला ने तहसीलदार के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत कलेक्टर और एसपी से की है. 34 साल की महिला का आरोप है कि 2006 में उसके पति का देहांत हो गया था. इसके बाद 2008 में महिला की मुलाकात तहसीलदार से हुई थी.
2010 में हुई थी शादी
2010 में तहसीलदार शत्रुघ्न ने मंदिर में उससे शादी की और 17 साल से उसका यौन शोषण कर रहा है. इस दौरान 2014 में उसने शत्रुघ्न के बेटे को भी जन्म दिया. शिकायत में यह भी बताया गया है कि तहसीलदार ने पोस्टिंग वाली जगह हमेशा महिला को अपने साथ रखा. इस दौरान उसने अपने दोस्त से भी उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनवाएं. महिला का आरोप है कि शत्रुघ्न सिंह तहसीलदार बनने से पहले रेत माफ़िया था. वह रेत का काम किया करता था. महिला ने आरोप लगाया है कि शिकायत के बाद से उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं.
यौन शोषण नहीं हनी ट्रैप का मामला!
वहीं तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह ने महिला पर हनी ट्रैप का आरोप लगाया है. तहसीलदार का कहना है कि महिला ने उनसे 10 लाख रुपये की मांग की थी. जिसमें से 1 लाख रुपये वह पहले ही दे चुके हैं. जब उन्होंने यह राशि वापस मांगी तो उन पर दबाव डाला गया और मामले में फंसाने की धमकी दी गई. तहसीलदार का कहना है कि उन्होंने इस मामले की शिकायत एक महीने पहले ग्वालियर एसपी को की थी. उन्होंने कहा कि जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी. उनका यह भी कहना है कि यह उनके खिलाफ एक साजिश है और वह कानूनी लड़ाई लड़ेंगे.
महिला द्वारा पुलिस और प्रशासन से की गई शिकायत के बाद ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान ने कार्रवाई करते हुए तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान को भू अभिलेख कार्यालय में अटैच कर दिया है. हालांकि मामले की जांच पड़ताल जारी है और जल्द पूरे मामले में सब कुछ साफ हो जाएगा.
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