मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर सेंचुरी में एक बाघ आदमखोर हो गया है. इस बाघ ने खितौली रेंज के गढ़पुरी में एक युवक को मारकर खा लिया है. घटना स्थल के पास से इस आदमी का सिर और उंगलियां मिलनी हैं. यह युवक दो दिन से लापता था. अब उसके अवशेष मिलने के बाद से इलाके में दहशत फैल गई है. घटना स्थल पर बाघ के पगमार्क भी मिले हैं. इस अपडेट के बाद बांधवगढ़ टाइगर सेंचरी प्रबंधन अलर्ट मोड पर आ गया है.
इस संबंध में आसपास की आबादी को भी सचेत किया जा रहा है. खितौली रेंजर स्वस्ति श्री जैन के मुताबिक यहां खेरवा गांव में रहने वाले 45 वर्षीय खैरुहा बैगा करीब 15 दिनों से गढ़पुरी में रहने वाले अपने जीजा के घर रहकर मेहनत मजदूरी करता था. दो दिन पहले वह घर से मजदूरी के लिए ही निकला था, लेकिन देर शाम तक वापस नहीं लौटा. इसके बाद परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की. उन्होंने बताया कि काफी प्रयास के बाद भी खैरुहा का कोई सुराग नहीं मिला.
जंगल में मिली खोपड़ी और उंगलियां
इसी बीच रविवार की दोपहर में जंगल में एक मानव खोपड़ी और वहीं पर हाथ की उंगलियां देखी गई. वहीं पर कुछ कपड़े भी पड़े थे. ऐसे में तत्काल खैरुहा के परिजनों को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया और उसके पकड़ों से उसकी पहचान की गई. वन अधिकारियों के मुताबिक घटना स्थल पर ही बाघ के आने और जाने के पगमार्क भी मिले हैं. ऐसे में यह साफ हो गया है कि खैरूहा पर हमला बाघ ने ही किया गया है. इस अपडेट के बाद वन विभाग की टीम हाथियों पर सवार होकर इस आदमखोर बाघ की तलाश शुरू कर दी है.
सूचना मिलते ही मचा हड़कंप
खितौली रेंजर के मुताबिक वन विभाग की टीम पूरी कोशिश कर रही है कि जल्द से जल्द इस आदमखोर बाघ को तलाश कर उसे ट्रैंकुलाइज किया जाए. इसके बाद किसी अन्य घटना को रोकने के लिए बाघ को यहां से किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा. बता दें कि इलाके में किसी इंसान पर बाघ के हमले और उसे पूरा खा जाने का मामला वर्षों बाद सामने आया है. हालात को देखते हुए वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप तो मच ही गया है, आसपास के ग्रामीणों को भी अलर्ट रहने की अपील की जा रही है.
रास्ता भटककर पुरुलिया पहुंची बाघिन
ओडिशा के सिमिलिपाल बाघ अभ्यारण से एक बाघिन रास्ता भटककर पश्चिम बंगाल के पुरुलिया पहुंच गई है. वन विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की. पश्चिम बंगाल के मुख्य वन्यजीव वार्डन देबल रॉय के मुताबिक तीन साल की यह बाघिन कुछ समय पहले ही महाराष्ट्र से सिमिलिपाल टाइगर सेंचुरी में लाई गई थी. उसके गले में रेडियो कॉलर भी लगा है. इस बाघिन को अब पुरुलिया जिले के बंदवान इलाके में देखा गया है. उन्होंने बताया कि इससे पहले यह बाघिन पड़ोसी राज्य झारखंड में देखी गई थी. उन्होंने बताया कि यहां इस बाघिन की सतत निगरानी की जा रही है. उन्होंने बताया कि यह बाघिन नई टेरीटोरी की तलाश में इधर आई है.
रिपोर्ट: सुरेन्द्र त्रिपाठी, उमरिया
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