[ad_1]
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान पर शिकंजा दिनों दिन कसता जा रहा है। अब पाकिस्तान कॉर्प्स कमांडर हाउस और लाहौर में अस्करी कॉर्पोरेट टॉवर और जिन्ना हाउस पर 9 मई को हुई हिंसा और आगजनी मामले में पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया गया है। मामले की जांच के लिए पंजाब प्रांत की कार्यवाहक सरकार ने एक संयुक्त जांच दल (जेआईटी) गठित की है। दल ने इमरान खान को आज (मंगलवार) को पूछताछ के लिए बुलाया है।
पाकिस्तानी अखबार डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, खान को शाम 4 बजे किला गुज्जर पुलिस मुख्यालय में जेआईटी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सैन्य ठिकानों पर हमले के खिलाफ सरवर रोड थाने में दर्ज एक मामले में पूछताछ के लिए पूर्व प्रधानमंत्री को बुलाया गया है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) कामरान आदिल की अध्यक्षता वाली जेआईटी ने पीटीआई अध्यक्ष को 30 मई को शाम 4 बजे किला गुज्जर सिंह जांच मुख्यालय में जांच निकाय के सामने पेश होने को कहा है। मामले से जुड़े सूत्रों के मुताबिक जेआईटी 9 मई को हुए दंगों के सिलसिले में इमरान खान से पूछताछ करेगी। पंजाब गृह विभाग ने 9 मई को हुए हमलों और हिंसक विरोध प्रदर्शनों की जांच करने के लिए 10 अलग-अलग संयुक्त जांच दल (जेआईटी) का गठन किया था।
जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान को पंजाब प्रांत के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज कई प्राथमिकियों में नामित किया गया है। कामरान आदिल की अध्यक्षता वाली जेआईटी में पुलिस अधीक्षक जांच सिटी डिवीजन लाहौर डॉ. रजा तनवीर, पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी)/एसपी-एवीएलएस लाहौर रजा जाहिद, सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) तैमूर खान और फैक्टरी एरिया पुलिस स्टेशन के प्रभारी जांच मुहम्मद सरवर शामिल हैं।
इमरान खान को तलब करने से पहले लाहौर के एसएसपी (जांच) डॉ. अनूश मसूद ने सोमवार को कोट लखपत जेल का दौरा किया था, जहां पीटीआई नेता डॉ. यास्मीन राशिद और फैशन डिजाइनर खदीजा शाह को रखा गया है। उन्हें भी सैन्य ठिकानों पर हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
एसएसपी का दौरा इमरान खान द्वारा कार्यवाहक पंजाब सरकार पर “जेल में बंद पीटीआई की महिला समर्थकों के साथ दुर्व्यवहार” करने का आरोप लगाने के बाद आया है। उन्होंने बिना कोई सबूत दिए रविवार को कहा था, “मैंने पीटीआई की महिला राजनीतिक कैदियों से बलात्कार के बारे में सुना है।”
बता दें कि 9 मई को इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में विरोध शुरू हो गया था। पीटीआई के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा बलों और सैन्य ठिकानों पर हिंसा और आगजनी की थी। रावलपिंडी में जनरल मुख्यालय और लाहौर कॉर्प्स कमांडर हाउस पर भी उपद्रवियों ने हमला बोल दिया था। उस दिन पाकिस्तान में भड़के विरोध प्रदर्शनों में कम से कम आठ लोग मारे गए थे।
[ad_2]
Source link