[ad_1]
जितनी तेजी से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई आगे बढ़ रहा है उतना ही इसको लेकर खतरा भी बढ़ता जा रहा है। एआई के आने से दुनिया भर के लोग जिंदगी आसान बनाने के लिए टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के नए-नए तरीके खोज रहे हैं। इन्हीं तरीकों से अब ठगी भी जमकर हो रही है। डीपफेक इमेज और वीडियो बनाना अब एआई के बाएं हाथ का खेल बनता जा रहा है। इसी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से एक शख्स को 5 करोड़ का चूना लग गया।
मामला उत्तरी चीन का है। यहां एक व्यक्ति ने डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल कर दूसरे व्यक्ति से 5 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की। जिन लोगों को जानकारी नहीं है, उन्हें बता दें कि डीपफेक एक बेहद खतरनाक टेक्नोलॉजी है। इसके जरिए लोग ऑनलाइन नकली तस्वीरें और वीडियो बनाते हैं जो वास्तविक दिखते हैं। इन वीडियो और तस्वीरों को गलत उद्देश्य से इस्तेमाल किया जाता है।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी चीन में एक स्कैमर ने अत्यधिक एडवांस ‘डीपफेक’ तकनीक का इस्तेमाल किया और एक व्यक्ति को अपने खाते में पैसे ट्रांसफर करने के लिए मना लिया। स्कैमर ने एआई-पावर्ड फेस-स्वैपिंग तकनीक का इस्तेमाल किया और पीड़ित के करीबी दोस्त होने का नाटक किया। रिपोर्ट के अनुसार, बाओटौ शहर की पुलिस ने कहा कि जालसाज ने वीडियो कॉल पर पीड़ित के दोस्त की शक्ल बनाई हुई थी। उसे 4.3 मिलियन युआन (लगभग 5 करोड़ रुपये) ट्रांसफर करने के लिए कहा।
पीड़ित को लगा कि उसके कथित दोस्त को पैसे की सख्त जरूरत है। उसने उसे पैसे भेज दिए। पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि पीड़ित को इस बात का एहसास तब हुआ जब उसके दोस्त (जिसकी शक्ल घोटालेबाज ने रखी हुई थी) उसने पैसों की बात से इनकार कर दिया। साथ ही पुलिस ने चोरी किए गए अधिकांश पैसे को बरामद कर लिया है और बाकी की राशि का पता लगाने के लिए काम कर रही है। इस घटना ने वित्तीय अपराधों को अंजाम देने के लिए एआई के इस्तेमाल को लेकर चीन में चिंता बढ़ा दी है।
यह पहली बार नहीं है कि एआई का इस्तेमाल किसी व्यक्ति की मेहनत की कमाई को ठगने के लिए किया गया है। पिछले महीने, एक मामले ने दुनिया को झकझोर कर रख दिया था जिसमें स्कैमर्स ने एआई का इस्तेमाल एक किशोरी की आवाज का क्लोन बनाने और उसकी मां से फिरौती मांगने के लिए किया था।
[ad_2]
Source link