फ्रांसीसी द्वीपसमूह मायोट में शनिवार को विनाशकारी चक्रवात ‘चिडो’ आया. इसकी चपेट में आने से हजारों लोगों के मारे जाने की आशंका है. मायोट अफ्रीका के पूर्वी तट से दूर हिंद महासागर में मेडागास्कर के ठीक पश्चिम में स्थित है. इस भयंकर चक्रवात ने इतनी ज्यादा तबाही मचाई कि वहां रहने वाले एक शख्स ने इसकी तुलना परमाणु बम से की. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांसीसी स्वास्थ्य मंत्री ने कम से कम 14 लोगों की मौत की पुष्टि की है. अधिकारियों के मुताबिक, वास्तविक मौत की संख्या बहुत ज्यादा हो सकती है.
मायोट की राजधानी मामौजौ में होटल कैरिबौ के मालिक ब्रूनो गार्सिया ने सीएनएन से जुड़े बीएफएमटीवी से कहा कि यहां की स्थिति काफी डरावनी और विनाशकारी है. हमने अपना सब कुछ खो दिया. पूरा होटल पूरी तरह से तबाह हो गया है, अब यहां कुछ भी नहीं बचा है. ऐसा लगता है जैसे मायोट पर परमाणु बम गिरा हो.
दो मुख्य द्वीपों से बना यह शहर वाशिंगटन डीसी के आकार का लगभग दोगुना है. फ्रांस की मौसम विभाग के मुताबिक, श्रेणी 4 का चक्रवात चिडो, हफ्ते के अंत में दक्षिण-पश्चिमी हिंद महासागर से होकर गुजरा. इसने उत्तरी मेडागास्कर को प्रभावित किया. यहां के बाद ये चक्रवात और तीव्र होकर 220 किलोमीटर प्रति घंटे (136 मील प्रति घंटे से ज्यादा तेज की रफ़्तार से मायोटे को प्रभावित किया.
अब कमजोर पड़ा चक्रवात
मेटियो-फ़्रांस ने कहा कि यह 90 से ज्यादा साल पहले द्वीप पर आने वाला सबसे शक्तिशाली चक्रवात था. इसके बाद चिडो उत्तरी मोज़ाम्बिक में पहुंच गया, जहां इससे भारी नुकसान हुआ. फिलहाल, भीषण तबाही के बाद ये चक्रवात अब कमजोर पड़ गया है.
इस चक्रवात से 3 लाख से ज्यादा आबादी वाला क्षेत्र प्रभावित हुआ है. इसने आस-पास के इलाकों को नष्ट कर दिया है. बिजली के ग्रिडों को बुरी तरह से तहस-नहस कर दिया. वहां के अस्पतालों और स्कूल पूरी तरह से तबाह हो गए हैं और हवाई अड्डे के नियंत्रण टॉवर को क्षतिग्रस्त कर दिया.
ममौजौ के रहने वाले मोहम्मद इश्माएल ने रॉयटर्स को बताया कि हम जो अनुभव कर रहे हैं वह एक त्रासदी है, ऐसा लगता है कि जैसे आप परमाणु युद्ध के बाद वाली जगह पर हैं. मैंने पूरे पड़ोस को इस चक्रवात से गायब होते देखा है. पेरिस से लगभग 5 हजार मील की दूरी पर स्थित, मैयट यूरोपीय संघ का सबसे गरीब जगह है. बेरोजगारी, हिंसा और गहराते प्रवासन संकट से जूझ रहा है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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