दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
लोकसभा चुनाव के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिहाई से आम आदमी पार्टी और इंडिया गठबंधन को बड़ा सपोर्ट मिला है. इंडिया गठबंधन में राहुल-प्रियंका और अखिलेश यादव के साथ-साथ अरविंद केजरीवाल को बड़ा चेहरा माना जाता है. तीन चरणों के चुनाव से दूर रहने वाले केजरीवाल के पास अब बचे हुए चुनाव में खुलकर बैटिंग करने का मौका है. सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल को 1 जून तक की अंतरिम राहत मिली है. ऐसे में इसमें कोई दो राय नहीं है कि केजरीवाल 1 जून तक धुआंधार प्रचार करेंगे और सत्तापक्ष के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभर सकते हैं.
बचे हुए चार चरणों के चुनाव में केजरीवाल अब आम आदमी पार्टी के साथ-साथ इंडिया गठबंधन को भी मजबूत करने का काम करेंगे. इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी 22 लोकसभा सीटों पर मैदान में है. इनमें दिल्ली की चार लोकसभा सीटें, हरियाणा की एक, गुजरात की दो और असम की 2 सीटें शामिल हैं. अब तक हुए तीन चरण के चुनाव में 22 में से 4 सीटों पर वोटिंग खत्म हो गई है. गुजरात और असम में वोट डाले जा चुके हैं. ऐसे में दो राज्यों की चार सीटों पर जनता का फैसला ईवीएम में कैद हो चुका है. अब 18 सीटें बची हैं जहां केजरीवाल राजनीतिक मैदान पर खुलकर और धुआंधार बैटिंग करते हुए नजर आएंगे.
दिल्ली की सात सीटों में से चार पर AAP लड़ रही चुनाव
राजधानी दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार की बात करें तो केजरीवाल के पास 12 दिन का समय है. क्योंकि दिल्ली में पांचवें चरण के चुनाव में 25 मई को वोटिंग है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी 4 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. बाकी तीन सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार मैदान में हैं. दिन की जिन चार सीटों पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ रही है उनमें नई दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली की सीट शामिल है. ऐसे में केजरीवाल की पूरी कोशिश होगी कि वो 23 मई की शाम तक दिल्ली की सियासी फिजा को अपनी तरफ मोड़ें.
केजरीवाल की अनुपस्थिति में पत्नी कर रही थीं प्रचार
फिलहाल केजरीवाल का पूरा फोकस दिल्ली पर है. यही वजह है कि केजरीवाल आज शाम साउथ दिल्ली और नॉर्थ दिल्ली में रोड शो करने वाले हैं. रोड शो में केजरीवाल के साथ आम आदमी पार्टी के नेता भी शामिल होंगे. केजरीवाल की अनुपस्थिति में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल के कंधों पर चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी थी. सुनीता केजरीवाल दिल्ली में कई रोड शो कर भी चुकी हैं, लेकिन अब प्रचार का सारा दारोमदार केजरीवाल के कंधों पर हैं. अगले 12 दिन में केजरीवाल की पूरी कोशिश होगी वो अपना अधिकतर समय दिल्ली की जनता के बीच में बिताएं.
पंजाब में भी धुआंधार प्रचार करेंगे केजरीवाल
माना जा रहा है कि जैसे ही दिल्ली में चुनाव प्रचार खत्म होगा केजरीवाल का पूरा फोकस पंजाब पर हो जाएगा. पंजाब की सभी 13 सीटों पर आम आदमी पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़ रही है. वहीं, कांग्रेस भी अपने दम पर मैदान में है. आज की तारीख से देखें तो पंजाब में चुनाव प्रचार के लिए भी केजरीवाल के पास पर्याप्त समय है. पंजाब की सभी सीटों पर आखिरी चरण में यानी 1 जून को वोट डाले जाएंगे. दिल्ली में चुनाव प्रचार और रोड शो के बीच केजरीवाल पंजाब का दौरा भी करते रहेंगे. पंजाब में उनके लिए राहत की बात ये है कि वहां उनकी ही पार्टी की सरकार है और भगवंत मान मुख्यमंत्री है. इस तरह से देखें तो अरविंद केजरीवाल अगले 18 दिन अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए रोड शो और जनसभाएं करते हुए नजर आएंगे.
इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए भी कर सकते हैं रैली
चर्चा यह भी है कि केजरीवाल को इंडिया गठबंधन में शामिल कुछ दलों के लिए भी प्रचार कर सकते हैं. इसमें पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी का जिक्र पहले आ रहा है. इसके अलावा अगर उनके पास समय मिलता है तो संभव है कि केजरीवाल उत्तर प्रदेश की भी कुछ सीटों पर चुनाव प्रचार करते हुए नजर आ सकते हैं. खासकर उन सीटों पर जहां छठे और सातवें चरण में वोट डाले जाने हैं.
केजरीवाल बोले- 24 नहीं, 36 घंटे काम करूंगा
केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मुझे 21 दिन दिया है. हर दिन में 24 घंटे होते हैं, लेकिन मैं 36 -36 घंटे काम करूंगा. पूरे देशभर में घूमूंगा. उन्होंने कहा कि मेरे भीतर जितनी भी ताकत है, मेरा सब कुछ देश के लिए कुर्बान है. मेरा तन-मन-धन देश के लिए कुर्बान है. मेरे जिंदगी का एक-एक पल मेरे देश के लिए है. देश को बचाने के लिए कोने-कोने में जाऊंगा. केजरीवाल के इस बयान का साफ मतलब है कि केजरीवाल दिल्ली-हरियाणा-पंजाब के अलावा और भी राज्यों का दौरा कर सकते हैं और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए वोट मांग सकते हैं.
– India Samachar
.
.
Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link