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मुंबई के आरे कॉलोनी में एक बार फिर तेंदुए के हमले की घटना सामने आई है. मुंबई के गोरेगांव स्थित आरे कॉलोनी के आदर्श नगर इलाके में तेंदुए ने चार साल के बच्चे पर हमला किया है. बच्चे का नाम हिमांशु यादव है. तेंदुए ने बच्चे पर पीछे से हमला कर उसे दबोच लिया था. लेकिन ऐन वक्त पर वहीं मौजूद बच्चे के पिता ने स्थानीय लोगों की मदद से तेंदुए को भगाया. इस तरह यह बच्चा बाल-बाल बच गया. यह घटना कल (सोमवार, 3 नवंबर) रात 9 बजे की है.
बच्चा नवरात्रि के मौके पर डांडिया के कार्यक्रम को देखने जा रहा था. तेंदुआ झाड़ियों में छुप कर बैठा था. पीछे से दबे पांव आकर उसने आगे की ओर चलते हुए चार साल के बच्चे पर अचानक हमला कर दिया. बच्चा कुछ समझ पाता तब तक तेंदुए ने अपने पंजे से उसे जख्मी कर दिया. तभी पास ही मौजूद उसके पिता ने तत्परता दिखाई और स्थानीय लोगों की मदद से तेंदुए को भगाया. बच्चे के शरीर में तेंदुए के नाखुनों से गहरे जख्म हो गए. उसके शरीर से काफी खून बह रहा था. बच्चे को तुरंत पास के अस्पताल में ले जाया गया.
तेंदुए ने किया था पूरी ताकत से हमला, बच्चा फिर भी बच निकला
जिस बच्चे पर तेंदुए ने हमला किया वह मुंबई के गोरेगांव इलाके के आरे कॉलोनी के यूनिट नंबर 3 में रहता है. चार साल के आयुष यादव नाम के इस बच्चे के पिता पास ही पशुशाला में मजदूरी का काम करते हैं. नवरात्रि का उत्सव होने की वजह से सोमवार की रात 8.30 से 9.00 बजे के दरम्यान आयुष डांडिया का कार्यक्रम देखने के लिए जा रहा था. तभी बच्चे पर पीछे से आकर तेंदुए ने हमला किया और उसे खींचकर झाड़ी की तरफ ले जाने लगा. इतने में पास ही में मौजूद बच्चे के पिता और चाचा ने तुरंत तत्परता दिखाई और चीख पुकार मचाई. तेंदुआ अचानक कई लोगों की आवाजें सुनकर बच्चे को छोड़ कर भाग खड़ा हुआ.
बाल-बाल ऐसे बचा बच्चा, काम आई स्थानीय लोगों की सतर्कता
इस तरह बच्चे के पिता, उसके चाचा और स्थानीय लोगों की सतर्कता की वजह से आयुष की जान बच गई. लेकिन वह बुरी तरह से जख्मी हो चुका था. स्थानीय लोगों की मदद से बच्चे को तुरंत जोगेश्वरी के बालासाहेब ठाकरे ट्रॉमा केयर सेंटर में एडमिट करवाया गया. यहां बच्चे का इलाज कर उसे घर भेज दिया गया है.
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