
बसपा मुखिया मायावती.
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान हो गया है. 5 फरवरी को राजधानी की सभी विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. 8 फरवरी को नतीजे आएंगे. चुनावी शेड्यूल जारी होने पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रतिक्रिया दी है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में उन्होंने कहा, दिल्ली विधानसभा चुनाव फरवरी को एक चरण में होगा. चुनाव आयोग द्वारा इस बारे में की गई घोषणा का स्वागत. बीएसपी ये चुनाव अपनी पूरी तैयारी और दमदारी के साथ अकेले अपने बलबूते पर लड़ रही है. उम्मीद है कि पार्टी इस चुनाव में जरूर बेहतर प्रदर्शन करेगी.
बसपा सुप्रीमो ने कहा, चुनाव लोकतंत्र की रीढ़ है. बाहुबल और धनबल से दूर रहने वाली गरीबों-मजलूमों की पार्टी बीएसपी चुनाव आयोग से यह उम्मीद रखती है कि वो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के क्रम में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के साथ ही सांप्रदायिकता व अन्य घिनौने प्रचार से चुनाव को दूषित होने से बचाएगा.
मायावती ने दिल्ली के वोटर्स से भी अपील की है. उन्होंने कहा, मतदाता किसी पार्टी के लुभावने वादे के बहकावे में ना आकर अपने वोट का पूरी समझदारी से इस्तेमाल करें. मतदाता जनहित और जनकल्याण को समर्पित बीएसपी पार्टी के उम्मीदवारों को ही वोट करें. यही अपील है और इसी में ही जन और देशहित निहित व सुरक्षित है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव से जुड़ी अहम बातें
- दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें हैं. इसमें 58 सीटें सामान्य और 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं. कुल 1.55 करोड़ मतदाता हैं. इसमें 83.49 लाख पुरुष और 71.74 लाख महिलाएं मतदाता हैं. 20 से 21 साल के बीच के मतदाताओं की संख्या 28.89 लाख है. पहली बार वोट डालने वालों की संख्या 2.08 लाख है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में 2697 स्थानों पर 13 हजार 33 मतदान केंद्र होंगे. इसमें 210 मॉडल पोलिंग बूथ होंगे.
दिल्ली का सियासी समीकरण
- दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. किसी भी पार्टी को विधानसभा में बहुमत के लिए 36 विधायकों की जरूरत है. साल 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी. भाजपा ने 67 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. उसे महज 8 ही सीट पर जीत मिली थी. कांग्रेस सहित अन्य दलों का खाता भी नहीं खुला था.
– India Samachar
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