जैसे-जैसे डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी की तारीख सामने आ रही है. वैसे ही एक दस्तावेज़ ने अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा दी है—प्रोजेक्ट 2025! यह कोई साधारण योजना नहीं, बल्कि 922 पन्नों की वह रणनीति है, जो ट्रंप की सत्ता में वापसी के बाद पहले 180 दिनों को पूरी तरह बदलने का दावा करती है.
अबॉर्शन से लेकर विदेश नीति और सबसे बड़े मुद्दे—इमिग्रेशन—तक, इसमें हर कदम की विस्तार से योजना बनाई गई है. तो आइए प्रोजेक्ट 2025 में इमिग्रेशन को लेकर क्या बड़े बदलाव सुझाए गए हैं, इसके बारे में समझते हैं. क्योंकि ये ऐसा मुद्दा है जो ट्रंप के 2024 चुनावी अभियानों में काफी छाया रहा था.
प्रोजेक्ट 2025 किसने तैयार किया?
इसे द हेरिटेद फाउंडेशन ने तैयार किया है. यह कंजरवेटिव पार्टी से जुड़े कट्टर दक्षिणपंथी लोगों का एक थिंकटैंक है. इसकी स्थापना 1973 में हुई थी. रिटेज फाउंडेशन का दावा है कि उसने 1980 में रोनाल्ड रीगन के राष्ट्रपति बनने के बाद से अब तक के हर राष्ट्रपति के लिए मसौदा तैयार किया है. द हेरिटेज फाउंडेशन की वेबसाइट पर प्रोजेक्ट 2025 का जिक्र है. इसे अप्रैल 2023 में तैयार किया गया था.
डोनाल्ड ट्रंप का इमिग्रेशन पर रूख
ट्रम्प ने अपने पिछले दो राष्ट्रपति चुनावों में इमिग्रेशन को सबसे बड़ा मुद्दा बनाया है. 2024 के चुनाव में तो उन्होंने इसे और सख्ती से पेश किया.उन्होंने अक्सर भाषणों और रैलियों में आप्रवासियों पर सख्त रवैया अपनाते हुए कहा था कि अगर वो जीतते हैं तो अमेरिका के इतिहास में बगैर दस्तावेजों वाली अब तक की सबसे बड़ी आप्रवासी आबादी को वापस भेजा जाएगा.
उन्होंने सदियों पुरानी एलियन एनिमीज एक्ट को भी लागू करने का वादा किया है जिसके तहत सरकार को प्रवासियों को उन देशों में भेजने की इजाजत मिल जाएगी, जिनके खिलाफ अमेरिका जंग लड़ रहा होगा.
इमिग्रेशन पर क्या लिखा गया है?
प्रोजेक्ट 2025 का एजेंडा न केवल अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार को खत्म करने की सिफारिश करता है, बल्कि प्रशासन से सीमा पर ड्रग कार्टेल का जवाब देने के लिए आक्रामक तरीके अपनाने की भी बात करता है.
– मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनाने का प्रोजेक्ट पूरा किया जाए.
– बॉर्डर पर फौज की तैनाती होनी चाहिए. आप्रवासियों को गिरफ्तार करने और वापस भेजने की व्यवस्था में तेजी लाई जाए.
– आप्रवासियों के लिए एप्लिकेशन की फीस बढ़ा जाए. जो लोग ज्यादा पैसा देंगे, उनका एप्लिकेशन तेजी से आगे बढ़े.
ट्रम्प ने प्रोजेक्ट 2025 से बनाई दूरी
अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने प्रोजेक्ट 2025 को लेकर ट्रम्प और रिपब्लिकन पार्टी की जमकर आलोचना की थी. हालांकि डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रोजेक्ट 2025 से उस वक्त पल्ला झाड़ लिया था. सोशल मीडिया पर ट्रम्प ने ये दावा किया कि वे इस बारे में कुछ नहीं जानते. उन्होंने कहा कि वे नहीं जानते हैं कि इस प्रोजेक्ट के पीछे कौन लोग हैं. इसमें जो कुछ कहा जा रहा है उसमें से कई चीजों से वो सहमत नहीं हैं.
ट्रंप की कही बातों में कितना दम?
अमरीकी न्यूज़ चैनल CNN ने प्रोजेक्ट 25 में शामिल लोगों की पड़ताल की है. CNN की रिपोर्ट के मुताबिक़, प्रोजेक्ट का हिस्सा रहे कम से कम 140 लोगों के साथ ट्रंप के पहले कार्यकाल में अहम पदों पर काम कर चुके हैं. उनमें से छह लोग ट्रंप की कैबिनेट में मंत्री रहे. चार को ट्रंप ने राजदूत नियुक्त किया था. जबकि कम से कम 20 पन्ने उस शख़्स ने लिखे, जो ट्रंप का पहला डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ था. CNN का दावा है ट्रंप और प्रोजेक्ट 25, दोनों से जुड़े लोगों की असल संख्या कहीं ज़्यादा हो सकती है.
ये भी अनुमान लगाया गया था कि अगर ट्रंप दोबारा सत्ता में आते हैं तो इनमें से कई उनकी सरकार का हिस्सा भी बन सकते हैं. और ऐसा हुआ भी है. उनके हालिया प्रशासन में कई उच्च-स्तरीय नियुक्तियाँ प्रोजेक्ट 2025 से जुड़ी रही हैं. उदाहरण के लिए, रसेल वॉट और टॉम होमन जैसे व्यक्तियों ने इस परियोजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अब ट्रम्प प्रशासन में प्रमुख पदों पर हैं. एक बात और, प्रोजेक्ट 25 में लिखी बहुत सारी बातें ट्रंप अपने भाषणों में दोहराते रहे हैं.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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