बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे संजीब वाजिद ने मोहम्मद यूनुस नीत अंतरिम सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने अवामी लीग के नेताओं के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए न्यायपालिका का इस्तेमाल किया. वाजिद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लंबी पोस्ट लिखकर इस आरोप लगाया कि उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया को राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया.
वाजिद का कहना है कि इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यून (आईसीटी) के जरिए हसीना और उनके सहयोगियों के खिलाफ सुनवाई एक काफी हास्यास्पद प्रक्रिया थी, जिसका उद्देश्य केवल अवामी लीग को पेरशान करना था. उन्होंने इस न्यायिक प्रक्रिया को “कंगारू न्यायाधिकरण” कहा, जो किसी राजनीतिक उद्देश्य को साधने के लिए स्थापित किया गया था. वाजिद का यह भी कहना है कि यह सब तब हुआ जब बांग्लादेश में हजारों नेताओं और कार्यकर्ताओं की न्यायेतर हत्या हो रही थी, और सत्ता के खिलाफ उठने वाली आवाजों को दमन किया जा रहा था.
इसी आधार पर हुई थी नेताओं की गिरफ्तारियां
वाजिद ने यह भी कहा कि प्रत्यर्पण की मांग और गलत सूचना के प्रचार का उद्देश्य हसीना को राजनीतिक प्रतिशोध का शिकार बनाना है. इस दौरान बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने हसीना और उनके मंत्रियों, सैन्य और असैन्य अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जो कि मानवता और नरसंहार के अपराधों में शामिल होने के आरोपों पर आधारित थे. इसके बाद यूनुस सरकार ने भारत से बांग्लादेश के पक्ष में हसीना को प्रत्यर्पित करने की मांग की थी.
मुकदमा चलाना चाहती है यूनुस सरकार
वाजिद ने यह आरोप भी लगाया कि आईसीटी के अभियोजक ताजुल इस्लाम ने जानबूझकर गलत सूचना फैलाने का काम किया, जिसमें यह दावा किया गया कि इंटरपोल ने हसीना के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया है. उन्होंने इसे यूनुस सरकार की एक हताशापूर्ण कोशिश बताया, जिसका मुख्य उद्देश्य हसीना को भारत से बांग्लादेश वापस लाकर राजनीतिक मुकदमा चलाना है.
इस स्थिति में भारत-बांग्लादेश प्रत्यर्पण संधि के प्रावधानों के अनुसार, यदि अपराध राजनीतिक स्वरूप का हो तो प्रत्यर्पण से इनकार किया जा सकता है. हालांकि, बांग्लादेश के विदेश मंत्री तौहीद हुसैन ने कहा कि ढाका सरकार चाहती है कि हसीना बांग्लादेश लौटकर न्यायिक प्रक्रिया का सामना करें. लेकिन वाजिद के आरोप और उनके द्वारा उठाए गए सवाल अब बांग्लादेश के राजनीतिक परिदृश्य में नया विवाद पैदा कर रहे हैं.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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