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G20: अधिकारिक रूप से जी20 की शुरुआत तो 1999 में हुई लेकिन 2008 में अमेरिकी वित्तीय संकट के बीच इस फोरम के सदस्य देशों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित हुआ। दरअसल, 2008 में वित्तीय संकट के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने जी20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत की और इसके लिए उन्होंने सदस्य देशों को आमंत्रित किया। इसके बाद यह सिलसिला रुका नहीं और 2010 के बाद से जी20 की बैठक सालाना आयोजित होने लगी। हालांकि, मेजबान देश हर साल बदलता है।
जी20 समूह में भारत सहित अमेरिका, अर्जेंटीना, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मैक्सिको, तुर्किये, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, जापान, चीन, जर्मनी, ब्रिटेन, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, इटली, फ्रांस, रूस और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
जी20 को दो भागों में विभाजित किया गया है – वित्तीय ट्रैक और शेरपा ट्रैक। वित्तीय ट्रैक में G20 सदस्यों के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर शामिल होते हैं और यह विशेष रूप से वित्तीय क्षेत्र से संबंधित एजेंडा पर फोकस करते हैं। वहीं शेरपा ट्रैक वित्तीय क्षेत्र से बाहर के एजेंडे को संबोधित करता है। साथ ही यह शिखर सम्मेलन में चर्चा के लिए विभिन्न दस्तावेज तैयार करते हैं। इसलिए, शेरपाओं को आमतौर पर सरकार/देश के प्रमुख द्वारा सीधे नियुक्त किया जाता है।
जी20 शिखर सम्मेलन में एकसाथ कई एंगेजमेंट फोरम अथवा ग्रुप की भी बैठकें शामिल होती हैं, जिनकी जानकारी इस प्रकार है:
बिजनेस 20 (बी20)
यह जी20 का अधिकारिक संवाद फोरम है जो वैश्विक व्यापार समुदाय का प्रतिनिधित्व करता है। 2010 में स्थापित यह बी20 विश्व के सबसे प्रमुख प्रतिबद्ध समूहों में से एक है, जिसमें कंपनियों और व्यापार संगठनों को प्रतिभागियों के रूप में शामिल किया जाता है।
सिविल 20 (सी20)
वैसे तो जी20 सदस्य देशों के बीच सिविल सोसाइटी/ एनजीओ का आदान-प्रदान 2010 में शुरू हो गया था। मगर उसे अधिकारिक रूप से 2013 में सीविल20 (सी20) के रूप में लांच किया गया। सी20 नागरिक समाज संगठनों (CSOs) के लिये गैर-सरकारी एवं गैर-व्यावसायिक उद्देश्यों की पूर्ति का एक वैश्विक मंच प्रदान करता है।
लेबर 20 (एल20)
एल20 के माध्यम से जी20 देशों के श्रम संगठनों के नेताओं को आमंत्रित किया जाता है। इसके माध्यम से श्रम से संबंधित मुद्दों के विश्लेषण और नीतिगत सिफारिशों में समन्वय स्थापित किया जाता है। लेबर 20 (एल20) को शिखर सम्मेलन में पहली बार औपचारिक रूप से 2011 में फ्रांसीसी प्रेसीडेंसी के दौरान जोड़ा गया था।
पार्लियामेंट 20 (पी20)
पार्लियामेंट 20 (पी20) की पहली बार औपचारिक रूप से शुरुआत 2010 में कनाडा की अध्यक्षता के दौरान की गयी थी। पी20 ग्रुप का नेतृत्व जी20 देशों की संसदों के अध्यक्षों द्वारा किया जाता है। पी20 बैठकों का उद्देश्य वैश्विक शासन में संसदीय आयाम स्थापित करना और जागरूकता बढ़ाने सहित अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के लिए राजनैतिक समर्थन का निर्माण करना हैं।
साइंस 20 (एस20)
साइंस 20 एंगेजमेंट ग्रुप में राष्ट्रीय विज्ञान अकादमियां शामिल होती हैं। इसे 2017 में जर्मनी की अध्यक्षता के दौरान शुरू किया गया था। यह नीति-निर्माताओं को विज्ञान संबंधित सिफारिशें प्रस्तुत करता है।
सुप्रीम ऑडिट इंस्टिट्यूशन्स 20 (साई20)
इस समूह की पहली बार औपचारिक रूप से शुरुआत 2022 में इंडोनेशिया की अध्यक्षता के दौरान की गयी थी। यह एक ऐसा मंच है, जिसमें माध्यम से वैश्विक स्तर पर पारदर्शिता एवं जवाबदेही को सुनिश्चित करने सहित सदस्यों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है।
स्टार्टअप20
स्टार्टअप किसी भी देश के आर्थिक वृद्धि और विकास के लिए बहुत जरूरी है। यह सहयोग और नवीनीकरण को बढ़ावा देने सहित अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत बनाने का आधुनिक तरीका हैं। स्टार्टअप 20 एंगेजमेंट ग्रुप को भारत की वर्तमान अध्यक्षता में प्रस्तावित किया गया है।
थिंक20 (T20)
इसे 2012 में मैक्सिकन अध्यक्षता के दौरान शुरू किया गया था। यह जी20 के लिए एक आइडिया बैंक का काम करता है। इसमें उच्चस्तरीय विशेषज्ञों को शामिल किया जाता है ताकि किसी अंतरराष्ट्रीय सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर व्यापक चर्चा हो सके।
अर्बन20 (यू20)
यू20 की स्थापना 2017 में ब्यूनस आयर्स और पेरिस के मेयरों के नेतृत्व में की गई थी। भारत के सबसे तेजी से विकसित महानगरीय शहरों में से एक अहमदाबाद को यू20 के 6वें संस्करण का अध्यक्ष बनाया गया है। यू20, जी20 देशों के शहरों के लिए जलवायु परिवर्तन, सामाजिक समावेश, निरंतर गतिशीलता, किफायती आवास और शहरी बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण सहित शहरी विकास के विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की सुविधा के लिए एक मंच प्रदान करता है और सामूहिक समाधानों का प्रस्ताव करता है।
वुमन20 (डब्ल्यू20)
वुमन20 (डब्ल्यू20) एक ऐसा एंगेजमेंट समूह है जिसे 2015 में तुर्किये प्रेसीडेंसी के दौरान शुरू किया गया था। डब्ल्यू20 का प्राथमिक उद्देश्य 2014 में ब्रिस्बेन शिखर सम्मेलन में अपनाई गई 25×25 प्रतिबद्धता को लागू करना है। अर्थात साल 2025 तक श्रम बल भागीदारी में लिंग अंतर को 25 प्रतिशत तक कम करना है।
यूथ20 (वाई20)
यूथ20 (वाई20) एक ऐसा एंगेजमेंट समूह है जिसे 2010 में लॉन्च किया गया था। यह एक ऐसा मंच है जो युवाओं को जी20 प्राथमिकताओं पर अपनी दृष्टि एवं विचारों को व्यक्त करने का वैश्विक मंच प्रदान करता है।
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