महाकुंभ प्रयागराज पहुंची एप्पल के फाउंडर दिवंगत स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स ने सनातन धर्म अपना लिया है. उन्हें उनके गुरू महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी जी महाराज का गोत्र ‘अच्युत’ मिला है. उन्होंने अब अपना अपना नामकरण भी कराया है और उन्हें नया नाम कमला मिला है. यह गोत्र और नाम भी उन्हें गुरू कैलाशानंद गिरी जी से ही मिला है. ऐसे में यह जान लेना जरूरी है कि उनके गुरू कैलाशानंद गिरी कौन हैं और उनका लॉरेन पॉवले जॉब्स के साथ क्या संबंध है? इस प्रसंग में हम कैलाशानंद गिरी जी के बारे में ही जानने की कोशिश करेंगे.
कैलाशानंद गिरी नागा साधुओं का प्रमुख अखाड़ा निरंजनी पंचायती अखाड़े के पीठाधीश्वर हैं और 14 जनवरी 2021 को ही उन्हें संत समाज ने महामंडलेश्वर घोषित करने के साथ निरंजनी अखाड़े का पीठाधीश्वर बनाया था. इससे पहले वह दक्षिण काली मंदिर के पीठाधीश्वर थे और उनका नाम कैलाशानंद ब्रह्मचारी था. वह इसी नाम से देश और दुनिया भर में सत्संग का आयोजन करते हुए सनातन का प्रचार करते थे.
तप और विद्वता से दुनिया भर में पहचान
उन्हें जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर की दीक्षा ग्रहण की थी. उनके महामंडलेश्वर बनने पर संतों ने खुशी जताई थी. उनके पट्टाभिषेक समारोह में आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरि महाराज ने उन्हें महान व तपस्वी संत बताया था. दावा किया था कि अपने तप और विद्वता की वजह से कैलाशानंद गिरी की पहचान दुनिया भर में हैं. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि अब वह निरंजनी अखाड़े के साथ समूचे संत समाज का नाम दुनिया में रोशन करेंगे.
प्रवचन से प्रभावित हुई थी लॉरेन
कहा जाता है कि कैलाशानंद गिरी महाराज सनातन के प्रचार प्रसार और लोक कल्याण के लिए हमेशा भ्रमणशील रहते हैं. कहा जाता है कि महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी तार्किक प्रवचन करते हैं. जब वह बोलते हैं तो श्रद्धालु भाव विभोर होकर नाचने लगते हैं. कहा जाता है कि टीवी पर उनका ऐसा ही कोई कार्यक्रम स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स ने भी देखा था. इसे देखकर वह कैलाशानंद गिरी से इस कदर प्रभावित हुई कि सीधे हरिद्वार स्थित उनके आश्रम पहुंच गई. उसी समय लॉरेन लगातार कैलाशानंद गिरी के संपर्क में हैं. इसी क्रम में इस बार लॉरेन ने भारत प्रवास के दौरान अपने गुरू के सानिध्य में सनातन धर्म अपना लिया है. अब लॉरेन कैलाशानंद को पिता तुल्य बता रही हैं.
अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए हमारा एप्प डाउनलोड करें |
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Source link