Ghaziabad News :
गाजियाबाद में बिल्डरों की मनमानी चल रही है। राजनगर एक्सटेंशन की कई सोसायटियों में पानी के नमूने फेल होने के बाद सिद्धार्थ विहार का भी यही हाल सामने आया है। सिद्धार्थ विहार की गौर सिद्धार्थम सोसायटी से स्वास्थ्य विभाग ने पानी के 11 नमूने लिए थे। सभी की गुणवत्ता खराब पाई गइ है। सारे नमूने जांच में फेल हो गए। नमूने फेल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले से आवास एवं विकास परिषद को अवगत कराया है। आवास एवं विकास परिषद ने मामले में बिल्डर को नोटिस जारी कर चेतावनी दी है कि सोसायटी में संक्रमण फैला तो बिल्डर की जिम्मेदारी होगी।
संक्रमण फैलने पर कार्रवाई की चेतावनी
आवास एवं विकास परिषद के अधिशासी अभियंता विकास गौतम ने बताया कि मेंटेनेंस का काम खुद बिल्डर के द्वारा देखा जा रहा है, ऐसे में बिल्डर की जिम्मेदारी बनती है सोसायटी के लोगों पीने के शुद्ध पानी मिले। यदि दूषित पानी की सप्लाई होने से सोसायटी में किसी प्रकार का का संक्रमण फैलता है तो उसके लिए बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अधिशासी अभियंता ने बताया कि शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्वित करने के लिए बिल्डर को नोटिस जारी किया गया है। बिल्डर सोसायटी में रह रहे लोगों साफ पानी उपलब्ध कराए।
बिल्डर पर परिषद के 350 करोड़ बकाया
अधिशासी अभियंता विकास गौतम ने बताया कि सिद्धार्थ विहार की गौर सिद्धार्थम सोसायटी पर आवास एवं विकास परिषद का करीब 350 करोड़ रुपया बकाया है। पैसा न जमा कराए जाने तक बायर्स को रजिस्ट्री पर रोक लगाई गई लेकिन बिल्डर चोरी छिपे रजिस्ट्री कर रहा है। इसके अलावा सोसायटी में रहने वाले परिवारों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रहीं, इसलिए बिल्डर को नोटिस जारी कर कहा गया है कि सोसायटी में रह रहे लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ऐसा न करने पर कार्रवाई की जाएगी।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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