जैसलमेर में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक फर्जी आरएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है. फर्जी आरएएस अधिकारी जैसलमेर के सोनार किले के बाहर पुलिस कांस्टेबल के सामने अधिकारी होने का धौंस जमा रहा था. जब जैसलमेर एसपी सुधीर चौधरी ने इस फर्जी आरएएस अधिकारी को पकड़ा, तब वह लाल बत्ती की गाड़ी में सवार था, जिस पर राजस्थान सरकार भी लिखा था. जब एसपी सुधीर चौधरी ने उससे आईडी कार्ड मांगा तो उसने अपना आईडी कार्ड भी दिखाया, जो की जांच करने पर फर्जी पाया गया.
युवक की पहचान 32 वर्षीय हरजीत सिंह के रूप में की गई. हरजीत सिंह एक दिन पूर्व ही जैसलमेर पहुंचा था और सोमवार शाम वह जैसलमेर के सोनार किले के गेट पर नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने को लेकर कांस्टेबल से उलझ गया. इसी समय सादी वर्दी में एसपी सुधीर चौधरी गस्त पर निकले थे. जब वह सोनार किले के पास से गुजर रहे थे तो उन्होंने देखा कि लाल बत्ती लगी गाड़ी में सवार हरजीत सिंह कांस्टेबल से उलझ रहा है.
लाल बत्ती लगी गाड़ी से घूम रहा था
जब एसपी को शक हुआ तो वह लाल बत्ती लगी गाड़ी के पास पहुंचे. हरजीत सिंह से उन्होंने आईडी कार्ड मंगा. शक गहरा होने के बाद पुलिस उसे पास के कोतवाली थाने लेकर गई, जहां पर हरजीत सिंह ने अपने को अजमेर निवासी आरएएस अधिकारी बताया. साथ ही उसने एक मीडिया हाउस का प्रोपराइटर भी बताया. जब पुलिस ने सख्ती के साथ हरजीत सिंह से पूछताछ की तो उसने फर्जी अधिकारी बनने की बात कबूली. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर अब जांच शुरू कर दी है.
फर्जी आरएएस अधिकारी चलता था पूरे रुतबे के साथ
हरजीत सिंह न सिर्फ अपने आप को आरएएस अधिकारी बताता था, बल्कि इसके लिए उसने अपनी अजमेर नंबर की निजी इनोवा पर मल्टी कलर लाल बत्ती जिसे, सरकारी अधिकारी, पुलिस अधिकारी और इमरजेंसी में कार्य करने वाले लोग उपयोग में लेते हैं, वह भी लगा रखी थी. इसके साथ ही गाड़ी के ऊपर लाल कलर का स्टेट मोटर का बैच भी लगा रखा था और राजस्थान सरकार भी लिख रखा था.
हरजीत ने अपनी आरएएस अधिकारी की पहचान के लिए फर्जी आईडी कार्ड भी बनाया था. वह कहीं पर भी जाता तो आरएएस अधिकारी होने का धौंस जमाता. यहां तक कि हाईवे पर टोल नाके पर भी बिना टोल दिए ही वीआईपी गेट से निकल जाता. हरजीत सिंह सोमवार को ही जैसलमेर पहुंचा था और रात करीब 9:00 बजे सोनार किले के बाहर जब वह पुलिस कांस्टेबल के ऊपर अपने आरएएस अधिकारी होने का धौंस जमा रहा था, तभी उस पर शक हुआ.
फर्जी तरीके से बनाई आरएएस अधिकारी की आईडी
पुलिस ने बताया कि हरजीत सिंह ग्रेजुएट है और अजमेर का निवासी है. हरजीत ने स्वीकार किया कि उसने फर्जी तरीके से आईडी बनाई है और मोटर गैरेज की जो रेड पट्टी उसे भी गलत तरीके से बनाया है. उसने सभी टोल नको पर लाल बत्ती का गलत उपयोग भी किया. हालांकि इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है कि युवक ने आरएएस अधिकारी बन कितने फ्रॉड किए और वह कितने समय से यह कर रहा है, लेकिन सीमावर्ती क्षेत्र में फर्जी आरएएस अधिकारी बन घूमने कीये एकबड़ीघटनाहै.
– India Samachar
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