पाकिस्तान के सुरक्षा बलों के लिए 2024 15 साल में सबसे घातक रहा. 2024 में, पाकिस्तान के सुरक्षा बलों को 15 वर्षों में अपने सबसे बड़े युद्ध नुकसान का सामना करना पड़ा. इसमें 741 कर्मी कार्रवाई में मारे गए. 2001 में आतंकवाद के खिलाफ युद्ध शुरू होने के बाद से यह दूसरा सबसे घातक साल है. अब तक 2009 ही इससे आगे निकल पाया है.
बता दें कि 2024 के हताहतों में 20 कमीशन अधिकारी भी शामिल हैं. इसमें दो लेफ्टिनेंट कर्नल, 7 मेजर, 9 कप्तान और 2 सेकंड लेफ्टिनेंट शामिल हैं. इसके अलावा, सर्वोच्च बलिदान देने वालों में 36 गैर-कमीशन अधिकारी भी शामिल थे. भारी संख्या में मौतें पाकिस्तान के सुरक्षा बलों के सामने आतंकवाद से लड़ने और देश की सुरक्षा में लगातार आ रही चुनौतियों को रेखांकित करती हैं.
पाकिस्तान सेना पर हमला
आतंकी संगठन तहरीके तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और अन्य संगठनों द्वारा साल 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक बीता साल पाकिस्तान सेना और सुरक्षा कर्मियों के घातक रहा. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में लगातार हिंसा बढ़ रही है. बता दें कि साल 2022 में हिंसा 15 प्रतिशत, साल 2023 में 56 प्रतिशत और साल 2024 में 66 प्रतिशत बढ़ी है. आंकड़ों के मुताबिक औसत हिंसा में 44 प्रतिशत हर साल बढ़ोतरी हुई है.
मिलिट्री कैंप्स को नुकसान
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान सेना पर हमलों के दौरान आतंकियों ने सेना के घातक हथियारों को भी लूटा. इसके अलावा 40 मिलिट्री कैंप्स को भी नुकसान पहुंचाया. ये हमले स्नाइपर अटैक, गोरिल्ला अटैक, मिसाइल अटैक, आत्मघाती हमले, आमने-सामने की लड़ाई आदि तौर पर किए गए. इस लिहाज से पाकिस्तान सेना के लिए 2024 बहुत नुकसानदेह रहा.
हिंसक घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी
वहीं सेंटर फॉर रिसर्च और सिक्योरिटी स्टडीज ने भी पाकिस्तान पर हमलों को लेकर रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में आतंकी हमले और हिंसक घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. शहबाज शरीफ की सरकार आने के बाद यह यह हमले और ज्यादा बढ़ गए हैं.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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