अमेरिका चुनाव के करीब दो महीने बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्रपति चुनाव से अपना नाम वापस लेने पर अफसोस जताया है. साथ ही उन्होंने कहा अगर वे राष्ट्रपति की दौड़ से बाहर नहीं होते, तो रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को हरा सकते थे. वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक बाइडेन ने कथित तौर पर यह भी कहा कि मेरिक गारलैंड को अपना अटॉर्नी जनरल चुनना एक गलती थी.
उन्होंने कहा कि गारलैंड, जो एक पूर्व अमेरिकी अपील कोर्ट के न्यायाधीश हैं. वो 6 जनवरी के कैपिटल दंगे के लिए ट्रंप पर मुकदमा चलाने में धीमे थे, लेकिन बाइडेन के बेटे हंटर पर मुकदमा चलाने में आक्रामक थे. उन्होंने कथित तौर पर कहा कि उन्हें इस भूमिका के लिए किसी और को चुनना चाहिए था.
बाइडेन पर बढ़ गया था दबाव
जो बाइडेन के व्हाइट हाउस में सिर्फ तीन हफ़्ते बचे हैं, ऐसे में बाइडेन ने साफ किया कि चुनाव से एक महीने पहले रिपब्लिकन के खिलाफ बहस में खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने गलती की थी. बता दें, अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बढ़ते दबाव के बाद, बाइडेन ने पोल से अपना नाम हटा दिया था और उसकी जगह अपनी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम आगे किया. बाइडेन पर दबाव तब और बढ़ गया जब पोल में ट्रंप को बढ़त मिलती दिखाई दी.
“हैरिस को मिला कम समय”
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक जो बाइडेन और उनके सहयोगियों ने कमला हैरिस को दोषी नहीं ठहराया, लेकिन ये माना कि अगर वह अपनी उम्मीदवारी के साथ खड़े होते तो परिणाम उनके पक्ष में हो सकते थे. हालांकि, उपराष्ट्रपति हैरिस के समर्थक इस दावे को खारिज कर रहे हैं, क्योंकि उनका मानना है कि राष्ट्रपति बाइडेन ने अपना नाम वापस लेने में बहुत ज्य़ादा समय लिया, जिससे हैरिस को प्रभावी चुनाव अभियान शुरू करने के लिए बहुत कम समय मिला.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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