पाकिस्तान ने पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर के कोटली निकीयाल और आसपास के हजीरा के इलाके में 200 एसपीजी कमांडो को तैनात किया है. एसपीजी कमांडो और आतंकी ड्रोन और हथियारों के साथ रेकी कर रहे हैं. हाल में जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ को लेकर पाकिस्तान आर्मी की हाई लेवल मीटिंग हुई. इस मीटिंग में आईएसआई के अधिकारियों के साथ-साथ आतंकी संगठनों से जुड़े लोग भी उपस्थित थे.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आईएसआई, आतंकवादी कमांडर और पाकिस्तानी आर्मी के सीनियर अधिकारी कुछ दिनों पहले 15-16 दिसंबर के बीच पाकिस्तान की 3 PoK ब्रिगेड में हाई लेवल मीटिंग की. इस मीटिंग में पाकिस्तानी आर्मी के टॉप रैंक अधिकारियों के साथ आतंकवादी रफीक नाई सैफ़ुल्लाह और शमशीर नाइ भी मौजूद था.
इनका मकसद जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कराकर जम्मू-कश्मीर के इलाके को एक बार फिर डिस्ट्रब करना है, क्योंकि इस समय घाटी में बर्फ पड़ चुकी है और घुसपैठ करने की चुनौतियां कई दिनों से आ रही थी.
कमांडो और आतंकी घुसपैठ के लिए कर रहे हैं रेकी
इसीलिए सादे कपड़ों में एसएसजी कमांडो और आतंकियों के साथ मिलकर लाइन ऑफ कंट्रोल के पास द्रोण और अलग-अलग तरह के माध्यम से रेकी कर रहे हैं.
इसमें ये भी तय किया गया कि ड्रोन के जरिए हथियार को ड्रॉप करवाया जाए और आतंकवादी जो इस समय पाकिस्तानी आर्मी के साथ फॉरवर्ड पोस्टों पर है, उनको मौका देखते ही घुसपैठ करवाने की कोशिश कराई जाए और इसके लिए आतंकवादियों के लॉन्चिंग कमांडर को निर्देश दिए गए.
पाकिस्तान ने रची है ये साचिश
एसएसजी कमांडो को कहा गया कि वो बॉर्डर एक्शन टीम के साथ मिलकर एक्शन लें, जो बड़े आतंकी संगठनों और आईएसआई के फ्रंट फेस हैं. उनको कुवैत, सऊदी और दुबई के रास्ते पैसा इकट्ठा करके जम्मू-कश्मीर में भेजने के लिए कहा गया.
वहीं, दूसरी तरफ पाकिस्तानी आर्मी को यह भी डर है कि वहां के बॉर्डर के पास के लोग पाकिस्तान सेना के खिलाफ बगावत न कर दें. लगातार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में वहां के सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है मांग की जारी है कि पाकिस्तान PoK को खाली करे.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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