उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है. जहां पत्थर पर लिखे नाम को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री सपा नेता और बीजेपी विधायक के बीच बहस होने लगी. राजनीति की दुनिया में आरोप-प्रत्यारोप की घटनाएं तो आम हैं, लेकिन यहां तो झगड़ा पत्थर पर लिखे नाम को लेकर हो गया. ये विवाद सड़क शिलान्यास में रखे पत्थर को लेकर हुआ. इसके साथ ही बीजेपी विधायक ने अधिकारियों को जमकर डांट लगाई.
दरअसल, कन्नौज लोकसभा क्षेत्र के झींझक कस्बे से जाने वाली एक सड़क के शिलान्यास के पत्थर पर बीजेपी के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक के नाम की जगह पर कन्नौज लोकसभा के वर्तमान सांसद अखिलेश यादव का नाम लिख दिया गया. इसी बात को लेकर दोनों के बीच घमासान छिड़ गया. इस घमासान में एक तरफ सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे शिवकुमार बेरिया थे तो दूसरी ओर बीजेपी की रसूलाबाद से विधायक पूनम संखवार शिलान्यास के पूजन के दौरान झगड़ते नजर आए.
2023 में भेजा गया था प्रस्ताव
साल 2023 में सड़क शिलान्यास का प्रस्ताव भेजा गया था. प्रस्ताव के समय इसी सीट पर दूसरे सांसद थे. जब इसे मंजूरी मिली तो कन्नौज लोकसभा की सीट पर बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक की जगह पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सांसद बन गए. जब इस सड़क को बनाने की बारी आई तो पत्थर का शिलान्यास किया गया.
खास बात ये कि इस शिलान्यास में अखिलेश सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे शिवकुमार बेरिया और बीजेपी की विधायक पूनम संखवार दोनों ही पूजन करने के लिए पहुंच गए. शिलान्यास के पत्थर से पर्दा उठा तो बीजेपी विधायक पूनम संखवार हैरान हो गईं. उम्मीद बीजेपी के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक के नाम की थी लेकिन, वर्तमान सांसद अखिलेश यादव का नाम लिखा देख बीजेपी विधायक नाराज हो गईं और अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुनाने लगीं. शिलान्यास के पहले पत्थर को चेक करने में लापरवाली के कारण उनका नाम लिखा हुआ पत्थर मौके पर ले जाया गया.
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