मशहूर फिल्मकार श्याम बेनेगल का निधन हो गया है. वो 90 साल के थे. श्याम बेनेगल ने अपने फिल्मी करियर में कई अवार्ड विनिंग फिल्में बनाई हैं. 90 साल की उम्र में एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में श्याम बेनेगल से पूछा गया था कि क्या उन्हें आज भी वो ईर्ष्या या जलन महसूस होती है, जो उन्हें 30 या 40 साल की उम्र में अपने साथियों के लिए महसूस होती थी? श्याम बेनेगल ने इस सवाल का बड़ा ही दिलचस्प जवाब दिया था.
श्याम बेनेगल ने कहा, “नहीं, अभी मुझे इस तरह की ईर्ष्या या जलन बिल्कुल भी महसूस नहीं होती. मैं इस बारे में अभी सोचता ही नहीं हूं. लेकिन जब मैं जवान था, तब मुझे ये ईर्ष्या महसूस होती थी. मुझे याद है उस दौरान इंडिया में सिर्फ एक ही ऐसे फिल्मकार थे, जिनसे सामने वाले को ईर्ष्या हो और वो थे सत्यजीत रे. लेकिन सत्यजीत रे और ऋत्विक घटक जैसे कुछ लोग थे, जो मुझे बहुत पसंद भी थे. उनका काम मुझे अच्छा लगता था. हालांकि कुछ ऐसे लोग भी मेरी जिंदगी में थे, जिनसे मुझे ईर्ष्या होती थी. खासकर मेरे कजिन गुरु दत्त, उन्हें मैं पसंद नहीं करता था, क्योंकि उनसे मुझे ईर्ष्या थी. मैं उनकी सफलता से जलता था. बतौर फिल्मकार, मैं उनके काम की बहुत आलोचना करता था. लेकिन असल में वो मेरी ईर्ष्या थी.”
He created the new wave cinema. #shyambenegal will always be remembered as the man that changed the direction of Indian Cinema with films like Ankur, Manthan and countless others. He created stars out great actors like Shabama Azmi and Smita Patil. Farewell my friend and guide pic.twitter.com/5r3rkX48Vx
— Shekhar Kapur (@shekharkapur) December 23, 2024
पसंद आती थी गुरु दत्त की फिल्में
श्याम बेनेगल ने आगे कहा, “आज भी गुरु दत्त एक सफल फिल्मकार है. वो अपनी फिल्मों में सुंदरता और सुंदरता से जुड़ी कमियां बड़ी खूबसूरती से दिखाते थे. उन्हें अपनी कला में एक्सपेरिमेंट करना बहुत पसंद था. एक तरफ उन्होंने ‘साहेब बीवी और गुलाम’ जैसी कई खूबसूरत और हिट फिल्में बनाई थीं. दूसरी तरफ उनकी ‘कागज के फूल’ बुरी तरह से फ्लॉप हुई थी. मुझे उस फिल्म के कुछ सीन बड़े ही इंटरेस्टिंग लगे थे. उस समय वीके मूर्ति उनके कैमरामैन थे, वो फिर मेरे कैमरामैन बने. बहुत साल तक हमने एक साथ काम किया था.”
गुरु दत्त से था खास रिश्ता
भारत के लीजेंड्री फिल्म निर्देशक और एक्टर गुरु दत्त की नानी और श्याम बेनेगल की दादी बहनें थीं और उस रिश्ते से श्याम बेनेगल और गुरु दत्त एक दूसरे के कजिन थे. दोनों का जन्म चित्रापूर सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हुआ था. लेकिन श्याम बेनेगल का जन्म हैदराबाद में हुआ था, तो गुरु दत्त का जन्म कर्नाटक में. हिंदी सिनेमा में इन दोनों का योगदान हमेशा याद किया जाएगा.
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