यूक्रेन युद्ध और मिडिल ईस्ट संकट के बीच, साउथ चाइना सी में एक और जंगी फ्रंट की आहट मिलने लगी है. क्षेत्र में चीन अपनी सैन्य क्षमता में लगातार इजाफा कर रहा है. ड्रिल के बहाने ताइवान में घुसपैठ और अमेरिका को भी वो परोक्ष रूप से चुनौती दे रहा है. चीन की सेना ताइवान पर हमले की तैयारी कर रही है. अमेरिकी रक्षा विभाग की रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है. ताइवान स्ट्रेट में सैन्य घेराबंदी बना रहा रहे PLA ने 2025 में ताइवान पर अचानक हमले की प्लानिंग की है. आसमान और समुद्र से एक साथ हमला हो सकता है.
चीन के खिलाफ बाइडेन प्रशासन ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में, बड़े फैसले लिए हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट है कि बाइडेन प्रशासन ने ताइवान के लिए 571 मिलियन डॉलर की रक्षा सहायता को मंजूरी दी है जिससे ताइवान की ताकत कई गुणा बढ़ जाएगी. चीन की जंगी हरकतों के बीच ताइवान को अमेरिकी मदद जारी है. अमेरिका से 38 अब्राम्स टैंकों का पहला बैच ताइपे पहुंच चुका है. रिपोर्ट के मुताबिक ताइवान को अमेरिका से कुल 108 टैंकों की डिलीवरी होनी है.
चीन बोला- रेड लाइन को पार न करे अमेरिका
ताइवान को अमेरिकी सैन्य मदद से भड़के चीन ने अमेरिका को जंग की चेतावनी दी है. चीन ने कहा है कि अमेरिका रेड लाइन पार ना करे. हम अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए कुछ भी कर सकते हैं. चीन ने चाइना सी में तनाव के लिए US को जिम्मेदार बताया है.
MND की रिपोर्ट है कि चीन AIDZ में घुसपैठ कर ताइवान को जंग के लिए उकसा रहा है. एक बार फिर ताइवान ने उसके 6 नेवल शिप और 11 एयरक्राफ्ट को इंटरसेप्ट किया. यही नहीं वॉर ड्रिल के बहाने उसके 8 एयरक्राफ्ट ने ताइवान स्ट्रेट में उड़ान भरी. ताइवान पर चीन के खतरे को लेकर एक ग्लोबल रिपोर्ट से चिंता बढ़ गई है. CSIS और MIT की रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि ताइवान पर चीन के हमले, अमेरिका नहीं रोक पाएगा. चीन हर लिहाज से अमेरिकी हथियारों को जवाब देने में आज सक्षम है.
चीन को लेकर चौकाने वाले दावे
पेंटागन की रिपोर्ट में चीन को लेकर चौकाने वाले दावे किए गए हैं. जिसके मुताबिक पिछले एक साल के भीतर उसने 100 नए न्यूक्लियर वेपन बनाए हैं. इस वक्त उसके पास 600 से ज्यादा परमाणु हथियार हैं जो 2030 तक 1 हजार के पार पहुंच जाएंगे. ताइवान के लिए अमेरिका से भिड़ने को तैयार चीन ने अपनी सैन्य क्षमता को कई गुणा बढ़ा लिया है. पेंटागन की लेटेस्ट रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है कि चीन के पास, अभी सबसे ज्यादा हाइपरसोनिक मिसाइलें हैं..चीन अपनी रॉकेट फोर्स को भी बढ़ा रहा है.
(टीवी9 ब्यूरो रिपोर्ट)
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
Source link