रूस और यूक्रेन जंग को लेकर राष्ट्रपति पुतिन की तरफ से बड़ी राहत की खबर सामने आई है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वह अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ युद्ध खत्म करने के लिए संभावित बातचीत में यूक्रेन पर समझौता करने के लिए तैयार हैं. बड़ी बात यह है कि यूक्रेनी अधिकारियों के साथ बातचीत शुरू करने के लिए उनकी कोई शर्त नहीं है.
पुतिन ने कहा कि रूस संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत के लिए तैयार है लेकिन उन्होंने अपनी मांग दोहराई कि यूक्रेन को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने की अपनी चाहत को छोड़ देना चाहिए. यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने हालांकि इन मांगों को खारिज कर दिया है.
Russian President Vladimir Putin said that he was ready to compromise over Ukraine in possible talks with US President-elect Donald Trump on ending the war and had no conditions for starting talks with the Ukrainian authorities, reports Reuters.
— ANI (@ANI) December 19, 2024
राजनीति समझौता करने की कला
पुतिन ने कहा कि वह अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ संभावित बातचीत के लिए तैयार हैं, जिन्होंने यूक्रेन में संघर्ष को खत्म करने के लिए समझौते पर बातचीत करने की प्रतिबद्धता जताई है. उन्होंने कहा कि अगर हम ट्रंप से मिलते हैं, तो हमारे पास चर्चा करने के लिए मुद्दे होंगे. पुतिन ने कहा कि रूस यूक्रेन पर संभावित शांति वार्ता में समझौते के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, राजनीति समझौता करने की कला है. हमने हमेशा कहा है कि हम बातचीत और समझौते दोनों के लिए तैयार हैं. साथ ही, पुतिन ने कहा कि बातचीत जमीनी हालात के आधार पर होनी चाहिए.
सैन्य अभियान से मजबूत हुआ रूस
पुतिन ने गुरुवार को अपने सालाना संवाददाता सम्मेलन और कॉल-इन शो कार्यक्रम में दावा किया कि यूक्रेन में उनके सैन्य अभियान से रूस मजबूत हुआ है. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि सीरिया में प्रमुख सहयोगी बशर अल-असद को अपदस्थ किए जाने से मॉस्को की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है. यह एक ऐसा कार्यक्रम है, जिसका इस्तेमाल वह अपने प्रभुत्व का अहसास बनाए रखने और देश के राजनीतिक परिदृश्य पर व्यापक नियंत्रण होने का प्रदर्शन करने के लिए करते रहे हैं. यह कार्यक्रम लगभग साढ़े चार घंटे तक चला.
सैन्य और आर्थिक ताकत बढ़ी
उन्होंने दावा किया कि 2022 में यूक्रेन में सेना भेजने से रूस की सैन्य और आर्थिक ताकत बढ़ी है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें लगता है कि ऐसा निर्णय पहले लिया जाना चाहिए था और रूस को इसके लिए पहले से और अधिक गहन तैयारी करनी चाहिए थी. पुतिन ने कहा कि पिछले दो या तीन सालों में रूस बहुत मजबूत हो गया है क्योंकि यह वास्तव में एक संप्रभु देश बन गया है. उन्होंने कहा, हम अर्थव्यवस्था के मामले में मजबूती से खड़े हैं, हम अपनी रक्षा क्षमता को मजबूत कर रहे हैं और हमारी सैन्य क्षमता अब दुनिया में सबसे मजबूत है.
उन्होंने आर्थिक मोर्चे पर देश के तेजी से आगे बढ़ने के बारे में बात की और यूक्रेन में अपने सैनिकों की सफलता की सराहना की. पुतिन ने यह भी कहा कि सेना अपने लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि स्थिति तेजी से बदल रही है, हम अग्रिम मोर्चे पर आगे बढ़ रहे हैं.
रूस द्वारा पिछले महीने पहली बार यूक्रेन पर हमला करने के लिए इस्तेमाल की गई नई हाइपरसोनिक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में पुतिन ने कुछ पश्चिमी विशेषज्ञों के इस दावे का उपहास उड़ाया कि इसे उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की हवाई सुरक्षा द्वारा रोका जा सकता है.
लंबी दूरी के हथियारों का उपयोग
पुतिन ने कहा कि मॉस्को ने ओरेशनिक मिसाइल का इस्तेमाल पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को रूस पर हमले के लिए अपने लंबी दूरी के हथियारों का उपयोग करने की अनुमति दिए जाने के जवाब में किया था. उन्होंने चेतावनी दी कि रूस इस मिसाइल से यूक्रेन पर और अधिक हमले कर सकता है. उन्होंने कहा कि इस मिसाइल का इस्तेमाल उन देशों के सैन्य परिसरों को निशाना बनाने के लिए भी किया जा सकता है, जिन्होंने यूक्रेन को रूस में हमले करने के लिए अपनी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति दी है.
12 साल पहले सीरिया में लापता
पुतिन ने कहा कि वह सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद से उस अमेरिकी पत्रकार की स्थिति के बारे में पूछेंगे जो 12 साल पहले सीरिया में लापता हो गया था. पुतिन ने कहा कि उन्होंने अभी तक असद से मुलाकात नहीं की है, जिन्हें मॉस्को में शरण दी गई है, लेकिन उनकी उनसे मुलाकात करने की योजना है और वह उनसे अमेरिकी पत्रकार ऑस्टिन टाइस के बारे में पूछेंगे.
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
Source link