Ghaziabad News :
गाजियाबाद बार एसोसिएशन की ओर से वकीलों की हड़ताल तीन सप्ताह के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही एसोसिएशन ने 29 नवंबर को प्रस्तावित हाईकोर्ट के घेराव पर भी फौरी रोक लगा दी है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिए गए हैं। इस संबंध में बार एसोसिएशन की ओर से पास किए गए प्रस्ताव के मुताबिक अधिवक्ता मंगलवार से काम पर लौटेंगे। एसोसिएशन ने जिला जज का ट्रांसफर होने तक उनकी अदालत का बहिष्कार करने की बात कही है।
‘सभी बार एसोसिएशनों की ली गई है राय’
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से वर्चुअल मीटिंग के दौरान मिले आश्वासन पर गाजियाबाद बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को उत्तर प्रदेश की तमाम जिला बार एसोसिएशनों से वार्ता की। सभी ने सहमति जाहिर की है कि हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के आश्वासन पर हड़ताल तीन सप्ताह तक स्थगित की जानी चाहिए। इसके साथ ही 29 नवंबर को उच्च न्यायालय के घेराव का कार्यक्रम भी फिलहाल स्थगित रखा जाए। बार एसोसिएशन की ओर से जारी किए गए पत्र में उन सभी पदाधिकारियों के नाम भी दिए गए हैं जिनसे इस संबंध में वर्चुअली या फिर टेलीफोन पर वार्ता हुई है।
बार एसोसिएशन ने यह प्रस्ताव पास किया
बार एसोसिएशन गाजियाबाद की ओर से पास किए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि कार्यकारिणी, समन्वय समिति तथा समस्त उत्तर प्रदेश की बार एसोसिएशन से वार्ता तथा विचार विमर्श के उपरांत मुख्य न्यायाधीश के आश्वासन के आधार पर आंदोलन तीन सप्ताह के लिए स्थगित किया जाता है। प्रस्ताव में सभी बार संघों और एसोसिएशनों से अपील की गई है कि मंगलवार से न्यायिक सुचारू कराएं। बार एसोसिएशन गाजियाबाद के अधिवक्ता 26 नवंबर से न्यायिक कार्य सुचारू रूप से करेंगे व जनपद न्यायाधीश गाजियाबाद का बहिष्कार करेंगे। यदि तीन सप्ताह में अधिवक्ताओं की मांगें पूरी नहीं हुईं तो पूरे उत्तर प्रदेश के अधिवक्ता आंदोलन को मजबूर होंगे।
वकीलों ने बार सभागार पर किया हंगामा
धरना समाप्त होने के बाद दोपहर बाद वकीलों को भनक लग गई कि बार एसोसिएशन हड़ताल समाप्त करने का प्रस्ताव पारित कर रही है। इस पर नाराज अधिवक्ताओं ने ने बार सभागार में पहुंचकर हंगामा किया। हंगामा करने वाले वकीलों से बार एसोसिएशन अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि मंगलवार को भी हड़ताल रहेगी। धरनास्थल पर ही कोई निर्णय लिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद वकील वापस लौट गए।
कोर्ट से प्रतिकूल आदेश न पारित करने का प्रस्ताव
बार सचिव अमित नेहरा ने बताया कि एसोसिएशन ने प्रस्ताव पास किया है कि न्यायिक अधिकारी मंगलवार और बुधवार को किसी अधिवक्ता की अनुपस्थिति में प्रतिकूल आदेश पारित न करें। लंबे से चल रही हड़ताल के स्थगित किए जाने की सूचना सभी अधिवक्ताओं तक पहुंचने में समय लग सकता है।
क्या है पूरा मामला
29 अक्टूबर को गाजियाबाद जिला जज अनिल कुमार की कोर्ट में वकीलों के साथ हुई तीखी नोंकझोक के बाद पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज कर दिया गया था। आक्रोशित वकीलों के द्वारा भी पुलिस चौकी में तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी। मामले में वकीलों के खिलाफ दो मुकदमें दर्ज हुए थे। कोर्ट रूम में लाठीचार्ज के बाद घटना के विरोध में वकील चार नवंबर से बेमियादी हड़ताल पर चले गए थे। वकीलों का यह आंदोलन वेस्ट यूपी के बाद पूरे सूबे में शुरू हो गया था। आंदोलन हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के नेतृत्व में चल रहा है और वकीलों ने आंदोलन जारी रहने तक समिति के अधिकार बार एसोसिएशन गाजियाबाद को दे दिए थे।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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