सऊदी अरब की राजधानी रियाद में जारी फैशन वीक एक बड़े विवाद से घिर गया है, वैसे तो लंबे समय से इसकी आलोचना की जा रही थी लेकिन ताजा विवाद इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल काबा जैसी आकृति इस्तेमाल करने को लेकर है.
दुनियाभर के इस्लामी स्कॉलर इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं वहीं सऊदी अरब की सरकारी मीडिया ने इस मामले में लग रहे आरोपों को खारिज कर दिया है. क्या है पूरा विवाद समझिए.
रियाद फैशन शो का विवादों से नाता
सऊदी अरब लंबे समय से अपनी कट्टरपंथी छवि को बदलने की कोशिश में जुटा है. क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने ‘विजन 2030’ के तहत कई उदारवादी नीतियों को लागू करने की मंजूरी दी है. लिहाजा फैशन इंडस्ट्री को लेकर भी बड़े पैमाने पर बदलाव देखा जा रहा है. इसी बदलाव के तहत सबसे पहले 2018 में रियाद में एक फैशन शो आयोजन हुआ, लेकिन तब यह पूरी तरह से एक प्राइवेट कार्यक्रम था. इसके बाद 2019 में रियाद इंटरटेनमेंट फेस्टिवल लॉन्च किया गया, जो लगातार कट्टरपंथियों की आलोचना का शिकार होता रहा है.
अक्टूबर 2023 में जब रियाद फैशन वीक आयोजन हुआ, तब इस दौरान गाजा में युद्ध शुरू हो चुका था. लोगों ने क्राउन प्रिंस और सऊदी की जमकर आलोचना की. गाजा में फिलिस्तीनी इजराइली हमलों में मारे जा रहे थे और सऊदी में हुस्नपरियों का मेला लगा था. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है, लेकिन मामला ज्यादा गंभीर है.
काबा जैसी आकृति को लेकर विवाद
दरअसल इस साल रियाद में 12 अक्टूबर से शुरू हुआ फैशन शो मार्च 2025 तक चलेगा. इस आयोजन के दौरान लेबनानी डिजाइनर एली साब के फैशन शो के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसे इस्लाम का अपमान माना जा रहा है. ‘1001 सीजन्स ऑफ एली साब’ के नाम से हुए इस शो के दौरान स्टेज पर काबा जैसी आकृति दिखाई गई. इस दौरान मॉडल्स इस आकृति के चारों ओर चक्कर लगाती दिखीं जिसकी तुलना हज के दौरान किए जाने वाले ‘तवाफ’ से की जा रही है.
एक यूजर ने एली साब के फैशन शो की कुछ तस्वीरें X पर साझा की हैं-
Outrage sparked at Riyadh Fashion Week 2024: The stage, resembling the Holy Kaaba with mirrored effects, is being criticized for disrespecting sacred symbolism as models in non-modest attire walk around. SHAME ON SAUDI ARABIA for the decision to approve such stage/theme designs! pic.twitter.com/NAceGvDtPO
— SAIHYA (@Saihya_) November 16, 2024
वहीं एली साब के फैशन शो के दौरान एक्टर-सिंगर जेनिफर लोपेज ने परफॉर्मेंस दी. इस दौरान लोपेज ने जो ड्रेस पहनी हुई थी वो भी काफी रिवीलिंग थी, जिसे लोग इस्लामी सभ्यता के खिलाफ बता रहे हैं. लोगों का कहना है कि सऊदी अरब की पहचान इस्लामिक और धार्मिक संस्कृति की है, लिहाजा वहां बेहूदा और फूहड़ आयोजन नहीं किए जाने चाहिए.
आलोचकों ने इस पूरे विवाद को इस्लाम का अपमान बताते हुए सऊदी प्रशासन और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान पर निशाना साधा है. कुछ लोगों ने इसे संस्कृति का पतन भी बताया है. वहीं सोशल मीडिया पर लोग 2023 में हुए फैशन शो की तस्वीरें और वीडियो भी शेयर कर रहे हैं, लोगों का आरोप है कि 2023 में भी रियाद सीजन के दौरान मंच पर काबा जैसी आकृति दिखाई गई थी.
2023 में हुए फैशन शो की तस्वीरें भी वायरल-
During the opening of the Riyadh Season for Entertainment in Saudi Arabia on October 28, 2023, a miniature model of the Kaaba was displayed and footage of singers and dancers was projected from it. #SaudiArabia #dajjal #NewWorldOrder pic.twitter.com/Hnp98JfYMz
— ★★ Naqueeb Alam ★★ (@naqzalam007) November 16, 2024
विवाद पर सऊदी अरब की सफाई!
वहीं जब इस मामले में बवाल बढ़ने लगा तो सऊदी अरब के अफवाहों को रोकने के लिए बनाई गई अथॉरिटी (ARA) ने मंच पर दिखाई गई आकृति का पवित्र स्थल काबा से किसी भी तरह का कनेक्शन होने की बात को खारिज कर दिया. अथॉरिटी ने कहा कि ये महज एक ग्लास क्यूब था.
वहीं सऊदी की सरकारी मीडिया ने इस विवाद को मुस्लिम ब्रदरहुड की साजिश करार दे दिया है. सरकारी मीडिया ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मुस्लिम ब्रदरहुड के नेतृत्व में सऊदी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
दुनियाभर में हो रही आलोचना
सऊदी की सफाई के बावजूद लोग सोशल मीडिया पर इस कृत्य को लेकर जबरदस्त तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कनाडा के इस्लामी लेख तारिक अब्द अल-हलीम ने टेलिग्राम पर लिखा है कि, ‘अरब प्रायद्वीप में बहु-ईश्वरवाद आधिकारिक धर्म के तौर पर लौट आया है.’ लोग इसकी तुलना बुत-परस्ती से भी की है. दरअसल इस्लाम एक-ईश्वरवाद को मानता है जहां किसी भी तरह की संरचना की इबादत की इजाजत नहीं है.
एक और यूजर ने आयोजन पर उठाए सवाल-
That cube thing was there , Is it a coincidence? Using a cubicle structure in holy land and people won’t think of kaaba ? And even if we put that aside still semi nude women dancing and singing in the land of revelation it is disrespectful enough for outrage. pic.twitter.com/f1w2GhoKQ9
— Syed Ali Faraz Abidi (@DarkKnight_M27) November 19, 2024
जहां सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर हजारों यूजर्स इस मामले को लेकर कड़ी आपत्ति जता रहे हैं, तो वहीं मोरक्को के इस्लामी धर्म गुरू अल-हसन बिन अली अल-कित्तानी ने इसे शैतानी प्रवृत्ति बताया है, उन्होंने कहा है कि सऊदी में हुई यह घटना भ्रष्टाचार और मूल्यों में गिरावट का संकेत है.
‘रियाद सीजन’ के बारे में जानिए
सऊदी अरब का रियाद सीजन दुनिया के सबसे बड़े विंटर इंटरटेनमेंट इवेंट्स में से एक माना जाता है. इस दौरान फैशन शो, कन्सर्ट और डांस समेत कई तरह के परफॉर्मेंस अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की ओर से दी जाती है. रियाद सीजन को 2019 में लॉन्च किए गए क्राउन प्रिंस के ‘विजन 2030’ का हिस्सा माना जाता है, जिसका मकसद देश में टूरिज्म और फैशन इंडस्ट्री को बढ़ावा देना है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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