एनसीपी प्रमुख अजित पवार (फाइल फोटो)
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले अजित पवार ने बड़ा खुलासा किया है. एनसीपी नेता ने चुनाव के बाद का भी प्लान बता दिया है. टीवी9 से खास बातचीत में अजित पवार ने सीएम पोस्ट से लेकर पाला बदलने के कयासों तक पर अपनी राय रखी. अजित ने कहा कि हमारे लिए सीएम पोस्ट कोई खास मायने नहीं रखता. शरद पवार का असली वारिस कौन है, यह फैसला जनता करेगी.
बातचीत के दौरान जब अजित से ये पूछा गया कि सीएम पोस्ट को लेकर उनका क्या ख्याल है, इस पर उन्होंने कहा कि हमारे लिए सीएम पोस्ट सेकेंडरी है. आप खुद को वारिस नहीं समझ सकते. जनता तय करेगी कि किसे चुनना है. अजित ने कहा कि दो कदम आगे-पीछे चलना पड़ता है. समझौता कर लेना चाहिए. समझौता करने वाला व्यक्ति भविष्य में सफल होता है.
चुनाव के बाद भी महायुति में ही रहूंगा
दरअसल, सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा चल रही है कि अजित पवार चुनाव के बाद पाला बदल लेंगे. इसको लेकर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद भी महायुति में ही रहूंगा. अजित पवार ने कहा कि मैं अपनी भूमिका को आगे बढ़ा रहा हूं. महाराष्ट्र की 288 सीटों पर एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान है. 23 को नतीजे आएंगे. अजित बारामती से चुनावी मैदान में हैं. उनकी साख दांव पर लगी है.
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बारामती में अजित की प्रतिष्ठा की लड़ाई
बारामती में प्रतिष्ठा की लड़ाई है क्योंकि इस सीट पर शरद पवार ने अपने पोते युगेंद्र पवार को चुनावी मैदान में उतारा है. इस सीट लड़ाई पारिवारिक है. अगर अजित यहां चुनाव जीत जाते हैं तो उनकी साख बच जाएगी और शरद पवार को बड़ा धक्का लगेगा क्योंकि बारामती उनकी परंपरागत सीट रही है, पिछले छह दशक से इस सीट पर उनका कब्जा रहा है.
वहीं अगर अजित यहां चुनाव हार जाते हैं कि उनके लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है. जानकारों का ये भी मानना है कि हो सकता है कि अजित इस हार के बाद फिर चाचा के शरण में चले जाएंगे. हालांकि, ये अभी महज एक कयास है.
दरअसल, ऐसा इसलिए भी मानना है कि लोकसभा चुनाव में भी अजित को यहां झटका लगा था. अजित की पत्नी बारामती से चुनाव हार गई थीं. उन्हें उनकी ननद सुप्रिया सुले ने ही शिकस्त दी थी. इस बार यहां का नतीजा क्या होगा, वो तो 23 तारीख को ही पता चलेगा.
– India Samachar
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