उदयपुर। मांडवा पुलिस पर जानलेवा हमला कर हथियार लूटने वाली रणिया गैंग के फरार वांछित बदमाश करमा बुम्बडिया पुत्र नानिया (40) निवासी आडाबेला थाना मांडवा को कोटडा- देलवाड़ा गुजरात बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। इससे पहले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
एसपी विकास शर्मा ने बताया कि अभियुक्त करमा के विरुद्व मारपीट, उद्वापन, लुट, चोरी, जानलेवा हमला, डकैती सहित कुल 08 मामले दर्ज है। आरोपी वर्ष 2008 से अपराध की दुनिया में रणिया गैंग से नजदीकी सम्पर्क में रहा है।
एसपी ने बताया कि 27 अप्रेल की शाम थाना माण्डवा पुलिस टीम द्वारा हिस्ट्रीशीटर रणिया और उसके हिस्ट्रीशीटर बेटे झाला की तलाश में उनके गांव छापरला में दबिश दी गई थी। कार्रवाई के दौरान रणिया और उसके साथियों ने पुलिस टीम पर हथियारों, लाठियों व पत्थरों से हमला कर पुलिस के हथियार छीन लिए। वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसमें एसएचओ मांडवा समेत 9 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी शर्मा द्वारा वारदात में शामिल मुल्जिमों की गिरफतारी के लिये सीओ कोटड़ा राजेश कसाना के नेतृत्व में गठित की गई। टीमों द्वारा रणिया और उसके साथियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। सूचना संकलन और मुखबीर तंत्र की मदद से 1 मई को रणिया गैंग के मुख्य गुर्गे श्रवण को गुजरात भागते गिरफ्तार किया गया। 4 मई को श्रवण बुम्बडिया को सिरोही बॉर्डर पर खापा के जंगल से अवैध छुरी समेत गिरफ्तार किया गया।
रणिया गैंग के सरगना पर हैं 54 आपराधिक मामलेः
थाना मांडवा इलाके के छापरला गांव निवासी रणिया ने कई सालों से अपनी गैंग बना रखी है। इसके विरुद्व हत्या, लूट, डकैती, चोरी, नकबजनी, सरकारी कर्मियों पर जानलेवा हमला, आर्म्स एक्ट, आबकारी एक्ट के 54 आपराधिक हैं। हाल ही में जेल से बाहर आये रणिया ने सिरोही जिले में शराब के ठेके पर लूट की वारदात की। बेटे झाला उर्फ जालम चन्द द्वारा मामेर सर्कल में शराब के ठेके से शराब लूट की वारदात की थी। दोनों कोटडा व सिरोही में वांछित थे। इन्हीं मामलों में दस्तयाबी के लिए 27 अप्रैल को एसएचओ मांडवा टीम के साथ इनके गांव गए थे।
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