Greater Noida News :
भूखंड और अन्य मांगों को लेकर किसानों द्वारा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर तीसरे दिन भी अपना महापड़ाव जारी रखा। गुरुवार को इन किसानों ने यमुना प्राधिकरण पर आंदोलन की तैयारी शुरू की है। किसानों ने बुधवार को बैठकें आयोजित की और आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय सचिव राजे प्रधान की अध्यक्षता में सैंकड़ों किसान और बड़ी संख्या में महिलाएं इस महापड़ाव में शामिल हुईं। किसानों का कहना है कि वे तब तक संघर्ष जारी रखेंगे, जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं।
आज से यमुना प्राधिकरण पर करेंगे प्रदर्शन
किसान नेताओं ने स्पष्ट किया कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक 10 प्रतिशत प्लॉट, नए कानून के लाभ को लागू करने और कमेटी की सकारात्मक सिफारिशों को पूरा नहीं किया जाता। संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बयान जारी कर कहा कि महापड़ाव 28 नवंबर से एक दिसंबर तक यमुना प्राधिकरण पर रहेगा। इसके बाद, यदि किसानों की मांगें नहीं मानी जातीं, तो 2 दिसंबर को दिल्ली कूच किया जाएगा। किसान संगठनों ने सरकार को एक दिसंबर तक का समय दिया है और चेतावनी दी है कि इसके बाद प्रशासन जिम्मेदार होगा।
मांगे पूरी नहीं हुई तो 2 दिसंबर को करेंगे दिल्ली कूच
गुरुवार को सुबह 10 बजे किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर यमुना प्राधिकरण के दफ्तर की ओर कूच करेंगे। यह किसान जुलूस अल्फा कॉमर्शियल बेल्ट से होकर परी चौक, पी-थ्री होते हुए यमुना प्राधिकरण कार्यालय पहुंचेगा। किसान संगठनों ने अपने-अपने पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी है। एक दिसंबर तक इस महापड़ाव के जारी रहने का अनुमान है। किसानों का कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो 2 दिसंबर को दिल्ली कूच किया जाएगा।
कार्यालय पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए यमुना प्राधिकरण के कार्यालय को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। प्राधिकरण के चप्पे चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। सुरक्षा को देखते हुए प्राधिकरण कार्यालय पर दो बटालियन पीएसी की कंपनी तैनात की गई है। इसके अलावा परी चौक पर भी एक बटालियन पीएसी और पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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