नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर शहर के शांतिनगर में चर्चित निखिल मेश्राम हत्या के केस में 12 आरोपियों में से 7 आरोपियों को दोषी पाया गया. मंगलवार (7 फरवरी) को इन 7 दोषियों को उम्रकैद की सजासुनाई गई. बाकी 5 आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया. सेशंस कोर्ट के न्यायाधीश एस.बी. गावंडे का यह फैसला हाल के वक्त की सबसे बड़ी सजा के तौर पर माना जा रहा है जिसमें एक साथ 7 लोगों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है. पिछले साल दिसंबर में एक फांसी की सजा सुनाई गई थी.
24 आरोपियों के खिलाफ शांतिनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज हुई थी. अतिरिक्त सत्र न्यायालय ने इस मामले मेें 17 गवाहों के दर्ज हुए बयानों पर गौर किया. इसके बाद 7 आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई. जिन सात लोगों को उम्र कैद की सजा हुई है उनके नाम हैं शंकर नाथू सोलंकी, देवीलाल उर्फ देवा नाथ सोलंकी, सूरज चेतन राठोड़, रमेश नाथूलाल सोलंकी, यश उर्फ गुड्डू हरीश लखानी, मिखान नाथूलाल सालाड और मीना नाथूलाल सालाड.जिन लोगों को सबूतों के अभाव में बरी किया गया है, उनमें विजय हरिचंद्र चव्हाण, गुड्डी लक्ष्मण राठोड़, किरण उर्फ सुगना देवीलाल सोलंकी, पिंकी नाथूलाल सोलंकी और रत्ना नाथूलाल सोलंकी के नाम शामिल हैं.
4 आरोपी फरार, 8 आरोपी नाबालिग
इनके अलावा गीता चेतन राठोड़, माया शंकर सोलंकी, राजुरी हरिलाल परमार और धनश्री रमेश सोलंकी वे आरोपी हैं जो अब तक फरार हैं. इन फरार आरोपियों के खिलाफ केस की सुनवाई ही नहीं हो सकी. बाकी आरोपियों में से 8 नाबालिगों के नाम थे. सभी आरोपी एक दूसरे के रिश्तेदार हैं. वे सब बाबा सुमेरनगर के रहने वाले हैं.
प्रेम संबंधों की वजह से हुआ था खून
मृतक निखिल के भाई किरण उर्फ विक्की का आरापियों के परिवार की एक लड़की से प्रेम संबंध था. इस बात को लेकर आरोपियों के मन में विक्की को लेकर नाराजगी थी. हत्या के एक दिन पहले उन्होंने विक्की और उसकी माता के साथ मारपीट की. विक्की ने इसके खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज करवाई. इससे आरोपियों में नाराजगी और बढ़ गई. आरोपियों ने केस वापस लेने को कहा. विक्की और निखिल नहीं माने.
इसका बदला लेने के लिए आरोपियों ने 20 मई 2018 की रात 9.30 बजे के करीब निखिल और विक्की पर लाठियों, ईंट-पत्थरों, लोहे के रॉड और कुल्हाड़ी से हमले किए.निखिल की आंखों में मिर्ची पाउडर फेंका गया. इस हमले में निखिल के सर पर गहरी चोटें आई. उन्हें मेयो अस्पताल में भर्ती करवाया गया. डॉक्टर ने निखिल को मृत घोषित कर दिया. विक्की को भी गंभीर चोटें आईं. इस हत्या का केस शांतिनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ.
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