अभिनेत्री और पूर्व सांसद जया प्रदा मुरादाबाद कोर्ट पहुंची. यहां उनकी पेशी एमपी-एमएलए कोर्ट में थी. जहां उन्होंने अपना पक्ष रखा. इसके पहले कोर्ट ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया था. जिसके बाद जया कोर्ट में पेश हुई हैं. इस दौरान उन्होंने आजम खान और उनके समर्थकों पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि वह आजम और उनके समर्थकों को सबक सिखाएंगी, कि कैसे महिलाओं का सम्मान कैसे किया जाता है.
मुरादाबाद कोर्ट ने पूर्व सांसद और सपा नेता एसटी हसन के खिलाफ एक मामले में बयान दर्ज कराने के लिए जया प्रदा को बुलाया था. इस केस की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है. इस मामले में तत्कालीन सांसद डॉ. एसटी हसन, आजम खां, आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम और उनके 6 समर्थकों को नामजद किया गया था.
अब समय बदल गया है- जया प्रदा
जया प्रदा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महिलाओं को न्याय के लिए इंतजार करना पड़ता है. इसके साथ ही लंबे संघर्ष और कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, लेकिन मैं हार नहीं मानूंगी. अब समय बदल चुका है. लेकिन आज भी महिलाओं को सम्मान के लिए लड़ना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि मैं यह लड़ाई इसलिए लड़ना चाहती हूं, क्योंकि यह महिलाओं के कल्याण के लिए है. पहले जैसा नहीं रहा है . एक दिन जरूर न्याय मिलेगा.
आजम को खुश करने के लिए करते हैं ऐसी टिप्पणी
जया प्रदा ने कहा कि आजम खान को खुश करने के लिए इस तरह की टिप्पणी करने वाले शिक्षित लोगों को सबक सिखाने की जरूरत है. मैं ऐसे लोगों को महिलाओं का सम्मान करने का महत्व सिखाने के लिए लड़ रही हूं. ये लोग जानबूझकर इस तरह महिलाओं को लेकर अपशब्द बोलते हैं, ताकि उनके नेताओं के साथ संबंध मजबूत हों.
क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला 2019 के लोकसभा चुनाव के समय का है, आरोप है कि एसटी हसन ने जयाप्रदा पर मंच से अभद्र टिप्पणी की थी. जयाप्रदा ने रामपुर से आजम खां के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गई थीं. आजम खां चुनाव जीतकर सांसद बने थे. उस दौरान मुरादाबाद लोकसभा सीट से सपा के टिकट पर डॉ. एसटी हसन चुनाव जीते थे. इस पर उन्होंने न्याय की मांग की और इसके खिलाफ केस दर्ज कराया.
कोर्ट की तरफ से इस मामले में जया प्रदा को कई बार बुलाया था. ताकि वे अपना बयान दर्ज करा सकें. अदालत में पेशी के दौरान मौजूद न होने पर जया प्रदा के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था. जिसके बाद गुरुवार को जया प्रदा कोर्ट में पेश हुईं.
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