अयोध्या राम मंदिर.Image Credit source: facebook.com/srjbtkshetra
अयोध्या में भगवान राम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का एक साल पूरा होने पर भव्य आयोजन किया जाएगा. रामनगरी को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा. इस संबंध में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय ने जानकारी साझा की है. उनका कहना कहना है कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का प्रथम वर्ष भारतीय काल गणना के अनुसार मनाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा पौष शुक्ल द्वादशी यानी 22 जनवरी 2024 को की गई थी. साल 2025 के जनवरी मास में पौष शुक्ल द्वादशी 11 जनवरी को है. इसलिए इसे ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ कहा जाएगा. इस अवसर पर चार स्थानों पर तीन दिवसीय आयोजन होंगे.
1- मंदिर परिसर के यज्ञ मण्डप में होने वाले आयोजन
शुक्ल यजुर्वेद मध्यन्दनी शाखा के 40 अध्यायों के 1975 मंत्रों से अग्नि देवता को आहुति दी जाएगी. 11 वैदिक मंत्रोच्चार करेंगे. होम का यह कार्य सुबह 8 से 11 बजे तक और दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक होगा. वहीं, श्रीराम मंत्र का जप यज्ञ भी इसी कालखंड में दो सत्रों में होगा. 6 लाख मंत्रों का जप किया जाएगा. इसके अतिरिक्त राम रक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा, पुरुष सूक्त, श्री सूक्त, आदित्य हृदय स्तोत्र, अथर्वशीर्ष आदि के पारायण भी होंगे.
2- मंदिर के भूतल पर कार्यक्रम
दक्षिणी दिशा के प्रार्थना मंडप में रोजाना दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक भगवान को राग सेवा प्रस्तुत की जाएगी. इसके अलावा मंदिर की कोली में रोजाना शाम 6 बजे से 9 बजे तक रामलला के सम्मुख बधाई गान प्रस्तुत होंगे.
3- यात्री सुविधा केंद्र का प्रथम तल
यहां तीन दिवसीय संगीतमय मानस पाठ का आयोजन किया जाएगा.
4- अंगद टीला का मैदान
अगंद टीला के मैदान पर दोपहर 2 से 3:30 बजे तक राम कथा और दोपहर 3:30 से शाम 5:00 बजे तक मानस पर प्रवचन किया जाएगा. रोजाना शाम साढ़े 5:30 से 7:30 बजे तक अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे. 11 जनवरी को सुबह से भगवान के भोजन प्रसाद का वितरण प्रारंभ होगा. अंगद टीला के समस्त कार्यक्रमों में सभी समाजों को आमंत्रित किया गया है. चंपत राय का कहना है कि सुरक्षा संबंधी किसी भी तरह की बाधा नहीं आएगी और बिना रोक-टोक के भक्त भगवान के प्रसाद का आनंद ले सकेंगे.
– India Samachar
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