जयपुर। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की सूचना पर बांसवाड़ा जिले की गढ़ी थाना पुलिस ने सीमेंट की 420 बोरियों से भरे ट्रक को खुद-बुर्द करने के मामले में करीब 9 साल से फरार चल रहे आरोपित ट्रक ड्राइवर आंचल सिंह पुत्र विजय बहादुर निवासी कोटिया नवाड़ा थाना लालगंज जिला प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश को महाराष्ट्र के अमरावती जिले से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दिनेश एमएन ने बताया कि अतिरिक्त महानिरीक्षक पुलिस योगेश यादव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन में वांटेड क्रिमिनल्स के बारे में आसूचना संकलन के लिए पुलिस मुख्यालय से एजीटीएफ की विभिन्न टीमों को अलग-अलग शहरों में रवाना किया गया है, जो पारंपरिक व नवीनतम पुलिसिंग के आधार पर लगातार ऐसे क्रिमिनल्स के विरुद्ध कार्रवाई कर रही है।
एडीजी एमएन ने बताया कि पुलिस निरीक्षक सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में एएसआई शंकर दयाल, हेड कांस्टेबल सुरेश कुमार, नरेंद्र सिंह कमल सिंह, कांस्टेबल नरेश कुमार, रतिराम व चालक सुरेश कुमार की टीम वांटेड क्रिमिनल्स के बारे में आ सूचनाएं एकत्रित कर रही थी। इसी दौरान गठित टीम के सदस्य हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह व कमल सिंह को बांसवाड़ा जिले के गढ़ी थाने में साल 2015 में दर्ज सीमेंट से भरे ट्रक की चोरी के मामले में इनपुट प्राप्त हुए, टीम के डवलप करने पर आरोपी ड्राइवर महाराष्ट्र के अमरावती जिले में ट्रक ड्राइवरी करना सामने आया।
एजीटीएफ द्वारा डवलप कर पुख्ता की गई इस सूचना को बांसवाड़ा जिले की थाना गढ़ी पुलिस से साझा किया गया। जहां से एक टीम आरोपी की तलाश में अमरावती जिले में भेजी गई। पुलिस मुख्यालय से इस टीम को लगातार टेक्निकल सहायता उपलब्ध कराई जा रही थी, जिसकी मदद से थाना पुलिस ने आरोपी को डिटेन कर लिया, जिसे पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह है मामला
उत्तर प्रदेश निवासी गिरफ्तार आरोपी आंचल सिंह वर्ष 2015 में बांसवाड़ा जिले में ट्रक पर ड्राइवर किया करता था। 28 जून 2015 को आरोपित अपने ट्रक में 420 बोरी सीमेंट के लेकर सूरत के लिए निकला था। तय समय बाद भी सूरत नहीं पहुंचने पर ट्रांसपोर्टर द्वारा ट्रक सहित माल खुद-बुर्द कर दिए जाने की रिपोर्ट थाना गढ़ी में दर्ज करवाई थी। तफ्तीश के दौरान पुलिस ने ट्रक बरामद कर लिया था। आरोपी घटना के वक्त से ही फरार था, जिसकी गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस अधीक्षक बांसवाड़ा द्वारा 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया।
आरोपित अपना गांव छोड़कर पुलिस की पकड़ से बचने के लिए महाराष्ट्र चला गया और वहीं रहने लगा। इसने अमरावती जिले में ही नामांकन करा अपना आधार कार्ड भी बनवा लिया था ताकि पहचान ना हो पाए। एजीटीएफ ने प्राप्त सूचनाओं को विकसित कर काफी मशक्कत के बाद इसके अमरावती इलाके में होने की पुख्ता जानकारी हासिल की और बांसवाड़ा पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करवाया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धांत शर्मा एवं पुलिस निरीक्षक सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह व कमल सिंह की विशेष भूमिका एवं एएसआई शंकर दयाल की तकनीकी भूमिका रही। टीम के सदस्य हेड कांस्टेबल सुरेश कुमार, कांस्टेबल नरेश कुमार, रतिराम व चालक सुरेश कुमार का भी सराहनीय योगदान रहा है।
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