उत्तर प्रदेश के कानपुर में साबरमती फिल्म देखने पहुंचे बीजेपी विधायक को महेश त्रिवेदी को सीट नहीं मिली तो वो समर्थकों के साथ सीढ़ियों पर बैठकर फिल्म देखी. देशभर में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के आदेश के पर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने गोधरा कांड पर आधारित साबरमती फिल्म देखी. इसलिए पहले से ही भाजपा नेताओं के तरफ से सिनेमा घरों को बुक किया गया था.
‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म में गुजरात के गोधरा कांड साबरमती ट्रेन हादसे की कहानी को फिल्म निर्देशकों द्वारा फिल्मी परदे पर उतारा गया. भाजपा के लोगों के लिए केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर फिल्म देखने का फरमान जारी हुआ था तो कानपुर के भाजपा नेता और कार्यकर्ता सिनेमाघर पहुंचे थे. जय श्री राम के नारों के साथ, “एक रहोगे तो सेफ रहोगे,बटोगे तो कटोगे” के नारे के साथ-साथ बांग्लादेश का उदाहरण देते हुए नया नारा ‘बटोगे तो कटोगे’ से मूवी की शुरुआत हुई. किदवईनगर विधानसभा के दीप पीवीआर सिनेमाघर में फिल्म देखी गई.
भाजपा नेता ने कहा कि जब हम सिनेमा घर पहुंचे तो सीटें भर गईं थी. किदवई नगर विधानसभा के विधायक महेश त्रिवेदी सीट से उतरकर सीढ़ियों पर बैठ गए. फिर क्या था कई समर्थक भी सीढ़ियों पर आकर बैठ गए और सभी भाजपाइयों ने फिल्म देखी. फिल्म देखने के बाद विधायक महेश त्रिवेदी ने कहा कि साबरमती फिल्म से कारसेवकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है.
विधायक ने सीढ़ियों पर बैठकर देखी फिल्म
भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल, पूर्व सांसद कांता कर्दम, दक्षिण जिलाध्यक्ष शिवराम सिंह, किदवई नगर विधायक महेश त्रिवेदी समेत तमाम भाजपा संगठन के लोगों ने एक साथ फिल्म देखी. वहीं विधायक महेश त्रिवेदी ने कहा कि 2002 में गुजरात में हुए दंगों, गोधरा कांड पर आधारित फिल्म द् साबरमती रिपोर्ट देखी. केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर बीजेपी नेता और संगठन के लोग कानपुर के साकेत नगर स्थित दीप पीवीआर सिनेमा में फिल्म देखने पहुंचे थे. बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने कहा कि फिल्म में स्पष्ट दिखाया गया है कि किस तरह से घटना के वक्त मीडिया के एक वर्ग ने पूरे घटनाक्रम की सच्चाई छिपाकर राजनीतिक विचारधारा के प्रभाव, दबाव में घटना को गलत तरीके से पेश किया था लेकिन सच्चाई को अधिक समय तक दबाया नहीं जा सकता है.
कारसेवकों को श्रद्धांजलि अर्पित की
फिल्म देखकर सिनेमा घर से निकले बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि साबरमती रिपोर्ट ने कारसेवकों को श्रद्धांजलि अर्पित की है. इस फिल्म ने देश को गोधरा कांड में शहीद हुए कारसेवको की याद दिलाई है. जिसे याद कर उनकी आंखें नम हो गईं. इस दौरान कुछ पत्रकारों ने भी भाजपा के लोगों के साथ फिल्म देखी. जिसके बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान सभी ने कहा कि पिछली सरकारों ने गोधरा कांड दंगे के इतिहास को छुपाया था. यह सत्य घटना पर आधारितफिल्महै.
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