उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सादाबाद कोतवाली क्षेत्र के सरौठ गांव में 12वीं के छात्र ने पहले अपने गांव की किशोरी को गोली मारी दी और फिर खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली. गोली चलने की आवाज सुनकर गांव के लोग मौके पर पहुंचे तो दोनों के शव खून में लथपथ देख सबके होश उड़ गए. घटना किशोरी के घर से महज 200 मीटर की दूरी पर घटी.
किशोरी पल्लवी की मां ममता ने बताया कि बुधवार दोपहर करीब दो बजे पल्लवी घर से चारा डालने के लिए घेरे पर गई थी. सूचना मिलते ही इलाके की पुलिस मौके पर पहुंच गई. एएसपी ने पूरे मामले की जानकारी ली. फॉरेंसिंक टीम और डॉग स्क्वायड टीम भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मौके से पुलिस ने एक तमंचा, दो मोबाइल बरामद किए.
12वीं कक्षा में पढ़ता था छात्र
जानकारी के मुताबिक, सादाबाद कोतवाली क्षेत्र के ही पिपरामई गांव निवासी 19 वर्षीय भोला के मां-बाप नहीं हैं. पिछले करीब 12-13 साल से सरौठ गांव निवासी अपनी बहन आरती के घर रह कर भोला पढ़ाई कर रहा था. पल्लवी कक्षा 10वीं में पढ़ती थी. वहीं भोला कैप्टन प्यारे लाल इंटर कॉलेज में कक्षा 12वीं में पढ़ता था.
चारा डालने घर से निकली तो मार दी गोली
भोला बुधवार को दोपहर में गांव की ही रहने वाली 14 वर्षीय पल्लवी के घर के पास हाथ में तमंचा लेकर पहुंचा था. घेरे पर पहुंचते ही उसने पल्लवी के सिर में गोली मार दी, जिससे पल्लवी वहीं पर गिर गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. गोली मारने के बाद भोला ने खुद को भी गोली से उड़ा दिया.
युवक के पास कहां से आया हथियार?
गोली की आवाज सुनकर पल्लवी की मां घेरे की ओर दौड़ी आई, तब तक पल्लवी की मौत हो चुकी थी. पल्लवी जिला पंचायत सदस्य उम्मेद सिंह की नातिनी थी. भोला ने पल्लवी को क्यों गोली मारी, इस बात का फिलहाल खुलासा नहीं हो पाया है. पुलिस ने दोनों परिवारों से पूछताछ कर जांच शुरू कर दी है. साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि युवक ने हथियार कहां से हासिल किया.
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