बीजेपी नेता नारायण राणे
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन का वक्त बचा है. सभी दल जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं और एक दूसरे पर हमलावर भी हैं. सिंधुदुर्ग जिले के कुडाल में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने उद्धव पर विवादित बयान देते हुए कहा कि आज अगर बालासाहेब जिंदा होते तो उद्धव ठाकरे को गोली मार देते.
नारायण राणे ने कहा, ‘शिवसेना के प्रमुख और बालासाहेब का बेटा एक सभा में कहता है कि अगर आपको सोसायटी में बकरीद की इजाजत नहीं देनी है तो दिवाली की कंदील (लालटेन) भी उतार दीजिए. मुझे बाला साहेब ठाकरे याद आ गए. इनके ऐसा बोलने पर वो होते गोली मार देते, मैं सच कह रहा हूं.’ उन्होंने कहा कि उद्धव ने सीएम की कुर्सी के लिए सारे सिद्धांत त्याग दिए.
‘उद्धव गुट के 25 विधायक भी नहीं जीतेंगे’
बीजेपी नेता नारायण राणे ने दावा किया कि उद्धव गुट के 25 विधायक इस बार चुनाव नहीं जीतेंगे. राणे ने उद्धव ठाकरे की असभ्य भाषा की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि उद्धव अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं, उनकी यह भाषा ठाकरे खानदान को शोभा नहीं देता. उन्हें अपने परिवार की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए. आज बालासाहेब होते तो सच में उद्धव को गोली मार देते.
ये भी पढ़ें
नारायण राणे ने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे हिंदुत्व से समझौता करके मुख्यमंत्री बने हैं. अपने ढाई साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने केवल दो दिन ही मंत्रालय में काम किया और अब फिर से मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. ऐसे लोगों को सत्ता कौन देगा?
नारायण राणे ने शरद पवार पर भी बोला हमला
बीजेपी नेता नारायण राणे ने उद्धव के साथ-साथ शरद पवार पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि शरद पवार 83-84 साल के हैं. वो सिंधुदुर्ग के विकास को टॉलरेट नहीं कर सके. पवार साहब ने कई बार मेरी की आलोचना की कि मैंने अपने बेटे की सही तरह से अपब्रिंगिंग नहीं की. पवार परिवार की कुंडली मैं भी अच्छी तरह से जानता हूं. हम कई साल से राजनीति में हैं. विकास या मराठा आरक्षण की बात वो न करें. वो चार बार सीएम रहे. 23 नवंबर को नीतेश राणे चुनाव जीतेंगे. यहां उनके खिलाफ यूबीटी गुट के वैभव नायक मैदान में हैं.
– India Samachar
.
.
Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link