दिल्ली में फिल्मी पोस्टर का युद्ध
दिल्ली विधानसभा के चुनाव में बड़े और अहम मुद्दे गायब हैं और उसकी जगह फिल्मी छींटे और बौछारों ने रंग जमा लिया है. पोस्टर का जवाब पोस्टर से दिया जा रहा है. राजधानी की चुनावी फिजां में इस बार बॉलीवुड सितारे तो अभी तक नजर नहीं आएं लेकिन उसके बदले फिल्मी पोस्टर्स पिक्चर का पूरा मजा दे रहे हैं. ढिशूंsss… ढिशूंsss… और धांयsss…धांयsss… पोस्टर वार का नजारा जबरदस्त है. दिल्ली के नेताओं ने मान लिया है कि जब मुद्दे ना सूझे तो पोस्टर ही निकालो. पूरी दिल्ली मानो मूवी प्लेक्स बनी हुई है और मतदाता दर्शक की तरह नजर आ रहे हैं. कहीं छोटा पंडित है, खलनायक है, मोगैम्बो है, कालीन भैया है तो खतरों के खिलाड़ी, मुगले आजम के सलीम और राजा बाबू भी. यानी गोल्डेन क्लासिक से लेकर मॉडर्न पिक्चर तक. हर उम्र के मतदाताओं के मनोरंजन के लिए सिनेमास्कोप कैनवस सजा दिया गया है.
दिल्ली में बीजेपी और आम आदमी पार्टी का ये पोस्टर युद्ध वाकई अजूबा से कम नहीं. फिल्में भले ही ऐसे तमाम लोगों की खास अभिरुचि से बाहर की चीज हों लेकिन आम मतदाताओं पर सिक्का जमाने के लिए सिनेमा को मजबूरन हथियार बनाना पड़ रहा है. लेकिन उसके बदले दिल्ली के विकास का मुद्दा नजर नहीं आ रहा. देश की राजधानी की हालत दूसरे महानगरों के मुकाबले काफी पिछड़ चुकी है, उसकी परवाह किसे है. सारी क्षमता पोस्टर की क्रिएटिविटी में खपाई जा रही है. काश पोस्टर जैसी शिद्दत दिल्ली को लेकर भी दिखाई जाती, राजधानी पेरिस बन जाती. वैसे इस पोस्टर युद्ध में किसके क्रिएटिव में कितना फायर है- ये देखना दिलचस्प होगा. अहम सवाल ये भी क्या मुद्दे छोड़ कर पोस्टर वार चुनावी जीत का फैक्टर साबित हो सकता है?
केजरीवाल को बनाया ‘छोटा पंडित’
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जैसे ही सरकार बनाने के बाद मंदिरों और गुरुद्वारों के लिए पुजारी-ग्रंथी सम्मान देने का ऐलान किया, बीजेपी ने भूल भुलैया के फिल्मी पोस्टर के ऊपर केजरीवाल को छोटा पंडित के रूप में दिखाकर हमला कर दिया. तुष्टीकरण का आरोप लगा दिया. पोस्टर पर अरविंद केजरीवाल को भूल भुलैया के राजपाल यादव के रूप में चित्रित किया और लिखा- चुनावी हिंदू. आगे यह लिखकर तंज भी कसा- मंदिर जाना है बस मेरे लिए एक छलावा. आदि आदि. छोटा पंडित वाला चुनावी पंडित देखते ही देखते वायरल हो गया.
चुनावी ‘मोगैम्बो’ से ‘आपदा-ए-आजम’ तक
मामला यहीं तक नहीं रुका. बीजेपी ने अपने एक पोस्टर में केजरीवाल को पूर्वांचल विरोधी दिल्ली का महाठग बताया तो दूसरे में सिर्फ एक बंदा काफी है, के तर्ज पर केजरीवाल का पोस्टर जारी किया और लिखा- दिल्ली को बर्बाद कर दिया- सिर्फ एक आपदा की टोली ने. आप के जवाब में बीजेपी ने अगले पोस्टर पर केजरीवाल को कभी शराब के खिलाड़ी, कभी मिर्जापुर के पंकज त्रिपाठी के गेटअप में कालीन भैया, कभी संजय दत्त के गेटअप में दिल्ली का खलनायक, कभी मोगैम्बो बनाकर पोस्टर पर लिखा- पूर्वांचलियों से नफरत की आग तो कभी मुगले आजम के तर्ज पर केजरीवाल को शहजादा बनाकर लिखा- आपदा-ए-आजम.
बिधूड़ी को ‘बाला’ स्टाइल में बताया ‘गालीवाला’
और अब आम आदमी पार्टी के पोस्टरों की क्रिएटिविटी पर एक नजर. बीजेपी के जारी हरेक पोस्टर में केजरीवाल पर हमले किये गये हैं जबकि आप की ओर से जारी पोस्टरों में जिस एक नेता पर सबसे ज्यादा तीखा वार किया गया है, वो हैं- रमेश बिधूड़ी जो कि कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से सीएम आतिशी के सामने चुनावी मैदान में हैं. पिछले दिनों रमेश बिधूड़ी ने पहले प्रियंका गांधी और फिर उसके बाद मुख्यमंत्री आतिशी के पिता को लेकर विवादास्पद बयान दिया था- जिसके बाद आप ने एक-एक करके कई पोस्टर जारी किए.
आपके इन चुनावी पोस्टरों में रमेश बिधूड़ी को कहीं ‘बाला’ फिल्म के आयुष्मान खुराना स्टाइल में दिखाया गया और उस पर लिखा है- ‘गालीवाला’ तो केजीएफ स्टाइल के पोस्टर पर रमेश बिधूड़ी को आक्रामक अंदाज में दिखाते हुए लिखा है- बीजेपी का गालीबाज सीएम चेहरा. रमेश बिधूड़ी का एक और पोस्टर है- जिस पर लिखा है- फटा पोस्टर निकला गालीबाज. वहीं एक पोस्टर हथियार फिल्म का है, जिस पर नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे परवेश वर्मा की फोटो चस्पां है और उस पर लिखा है- चुनाव प्रक्रिया का हत्यारा. परवेश वर्मा पर अरविंद केजरीवाल ने लोगों को पैसे, जूते, कंबल बांटने के आरोप लगाए हैं. मामला चुनाव आयोग तक भी पहुंचा.
शीशमहल के जवाब में ‘राजा बाबू’ का राजमहल
पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली में कथित शराब घोटाला के साथ-साथ कोविड काल में करोड़ों के शीशमहल बनवाने का आरोप भी झेल रहे हैं. बीजेपी की ओर से इस मामले पर जोरदार हमले किये गये हैं, जिसके जवाब में आप ने भी पीएम निवास को राज महल कहकर निशाना साधा. दिल्ली में शीशमहल बनाम राजमहल की चर्चा भी गर्म है. इसी को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी की ओर से एक और तीखा पोस्टर जारी किया गया- और ये पोस्टर है फिल्म राजा बाबू के स्टाइल में. इस पोस्टर पर सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर हमला किया गया है. लिखा है- 2700 करोड़ के राजमहल में रहने वाला राजा बाबू.
8 फरवरी को किस पार्टी को मिलेगी फतेह?
जाहिर है इन फिल्मी छवि वाले पोस्टरों ने दिल्ली की हंगामी चुनावी फिजां को रंगीन भी बना दिया है. दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को वोटों की गिनती होगी. देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली की जनता के दिलों दिमाग पर किस पार्टी के पोस्टर का आखिर कितना असर होता है? आप ने अपना एक पोस्टर हालिया रिलीज सोनू सूद की हिंदी फिल्म फतेह स्टाइल में भी निकाला है, जिसके नीचे 8 फरवरी लिखा है और उसके ऊपर खड़े अरविंद केजरीवाल मुस्करा रहे हैं. पोस्टर केजरीवाल को विजेता की तरह पेश कर रहा है. वो फिर से दिल्ली जीतने का दावा कर रहे हैं.
अब ये तो 8 फरवरी को ही पता चलेगा कितने दिल्ली फतह की? हालांकि इस पोस्टरबाजी की लड़ाई में कांग्रेस ने खुद को अभी कर दूर ही रखा है. पोस्टर का पंगा फिलहाल केवल आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच दिख रहा है.
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– India Samachar
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