उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की मसूरी पुलिस ने जम्मू कश्मीर के 4 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जो सिक्योरिटी गार्ड की भर्ती के नाम पर फर्जी सिक्योरिटी गार्ड कंपनी चला रहे थे. ये चारों युवक जम्मू कश्मीर से दिल्ली आए थे, जिन्हें मसूरी थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास से सिक्योरिटी गार्ड कंपनी के फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
गाजियाबाद कमिश्नरी की मसूरी थाना पुलिस ने शराफत, जफर, मुमताज और सफर नाम के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. चारों जम्मू कश्मीर के रहने वाले हैं, जो दिल्ली एनसीआर में रहकर फर्जी दस्तावेजों के जरिए सिक्योरिटी गार्ड कंपनी बनाकर कंपनियों में गार्ड सप्लाई करने का काम करते थे. बताया जा रहा है कि जिन गार्ड को यह कंपनियों में भेजते थे. वह सभी जम्मू कश्मीर के ही युवक होते थे, जिसके बदले में कंपनी से मोटी रकम वसूली जाती थी.
फर्जी सिक्योरिटी गार्ड कंपनी
देहात डीपी सुरेंद्रनाथ तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कुछ समय पहले हापुड़ के पिलखुवा से कठुआ प्रशासन के आदेश पर एक आरोपी को जम्मू कश्मीर पुलिस गिरफ्तार करके ले गई थी. इसके बाद पुलिस ने गाजियाबाद में भी जांच कराई तो पाया गया कि यहां स्थित कई मीट फैक्ट्री में जम्मू कश्मीर के बहुत से लोग काम करते थे, जिन्हें इस फर्जी सिक्योरिटी गार्ड कंपनी के जरिए लगाया गया था.
क्राइम हिस्ट्री खंगाली जा रही
डीपी में आगे जानकारी देते हुए बताया इन लोगों ने उत्तर प्रदेश और दिल्ली के नाम पर सिक्योरिटी गार्ड कंपनी रजिस्टर्ड करवाई थी. मगर उनके मानक पूरे नहीं थे. इसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई है. अब पुलिस इस मामले में जम्मू कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर जांच कर रही है. पुलिस चारों युवकों की क्राइम हिस्ट्री खंगाल रही है. इसके अलावा इनके तार किन लोगों से जुड़े हुए हैं. इसकी भी जांच गाजियाबाद पुलिस कर रही है. इसके बाद उनके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा.
मोटी रकम वसूलते थे चारों युवक
जम्मू कश्मीर के रहने वाले हैं यह लोग पैसे कमाने के उद्देश्य से जम्मू से आकर उत्तर प्रदेश में अलग-अलग नाम से सिक्योरिटी कंपनी संचालित करके गार्ड के रूप में कम सैलरी पर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दे देते थे. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत फैक्ट्री में बिना कैरेक्टर सर्टिफिकेट और मेडिकल टेस्ट के पैसों का लालच देकर हम गार्ड को लगाते थे. बदले में मोटी रकम लेते थे.
विजिटिंग कार्ड भी किए थे जारी
उन्होंने बताया कि लाइसेंस न होने के बावजूद भी उन्होंने कंपनी का प्रचार-प्रसार करने के लिए विजिटिंग कार्ड जारी किए हुए थे. भोले भाले लोग उनके पास काम की तलाश में आते थे और वह उन्हें कम सैलरी पर गार्ड की नौकरी देकर फैक्ट्री में लगाकर मोटी रकम ले लिया करते थे. उन्होंने बताया कि हम लोगों से पैसे की लालच में आकर बिना लाइसेंस बिना मानक पूरे किए हुए सिक्योरिटी गार्ड की कंपनी संचालित करते थे.
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