बांग्लादेश की यूनुस सरकार लगातार पाकिस्तान के साथ अपनी नजदीकियां बढ़ा रही है. अब बांग्लादेश ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए अपनी वीजा पॉलिसी में बदलाव कर, उसे आसान बना दिया है. यह ऐलान पाकिस्तान में बांग्लादेश के उच्चायुक्त इकबाल हुसैन खान की लाहौर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (LCCI) की यात्रा के दौरान किया गया, जहां उन्होंने व्यापारिक नेताओं को संबोधित किया.
इकबाल हुसैन खान ने शनिवार को लाहौर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (LCCI) में एक बैठक के दौरान कहा कि बांग्लादेश सरकार ने आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए पाकिस्तानियों के लिए अपनी वीजा प्रक्रिया को सरल बनाया है.
बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ेगा व्यापार
बांग्लादेशी उच्चायुक्त का LCCI के अध्यक्ष मियां अबुजर शाद ने स्वागत किया और दो-तरफा कारोबार को बढ़ाने पर जोर दिया. पिछले साल पाकिस्तान और बांग्लादेश का व्यापार 718 मिलियन डॉलर था. बता दें, बांग्लादेश को पाकिस्तान का निर्यात 661 मिलियन डॉलर था, जबकि आयात 57 मिलियन डॉलर था. वित्त वर्ष 2024-25 के पहले पांच महीनों में बांग्लादेश को पाक का निर्यात बढ़कर 314 मिलियन डॉलर हो गया है, जबकि आयात 31 मिलियन डॉलर रहा.
इकबाल हुसैन ने व्यापार विस्तार के लिए प्रमुख क्षेत्रों की पहचान करने पर जोर दिया, जिनमें सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मास्यूटिकल्स, चावल, सर्जिकल उपकरण और ऑटोमोटिव पार्ट्स शामिल हैं.
पाकिस्तान से व्यापार के लिए उत्सुक यूनुस
हुसैन ने कहा कि मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पाकिस्तान के साथ संबंधों को सुधारने के लिए उत्सुक है, जो पिछले एक दशक में संतोषजनक नहीं रहे हैं. उन्होंने कहा कि 180 मिलियन की आबादी वाला बांग्लादेश एक महत्वपूर्ण बाजार है, जिसका फायदा पाकिस्तान को मिल सकता है.
SAARC को पुनर्जीवित करने पर जोर
उन्होंने क्षेत्रीय व्यापार और सहयोग को बढ़ाने के लिए दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) को पुनर्जीवित करने की बात कही. उन्होंने जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्रीय सहयोग बढ़ने के बावजूद, दक्षिण एशिया अभी भी चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिन्हें दूर करने के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत है.
उच्चायुक्त ने कहा कि नई पीढ़ी के लिए अवसर पैदा करना और आपसी व्यापार और सहयोग में आने वाली बाधाओं को दूर करना दोनों देशों की जिम्मेदारी है.
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
Source link