उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि किसी भी विवादित ढांचे को मस्जिद नहीं बोलना चाहिए. हम जिस दिन मस्जिद बोलना बंद कर देंगे तो उस दिन लोग जाना भी बंद कर देंगे. यह इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ भी है कि किसी की भी आस्था को ठेस पहुंचाकर, वहां मस्जिद नुमा ढांचा खड़ा कर दिया हो. ऐसे स्थान पर किसी भी प्रकार की होने वाली इबादत खुदा को भी मंजूर नहीं होती है.
सीएम योगी ने महाकुम्भ मेला क्षेत्र में एक निजी चैनल के कार्यक्रम में ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि जब खुदा को मंजूर नहीं होती है तो बेकार में वहां क्यों इबादत की जाए. वहीं इस्लाम में उपासना के लिए एक स्ट्रक्चर खड़ा हो, यह आवश्यक नहीं है जबकि यह सनातन धर्म में है. सनातनी उपासना के लिए मंदिर जाएगा, इस्लाम के लिए नहीं है. ऐसे में हमे किसी भी ढांचे को मस्जिद बोलने की जिद्द नहीं करनी चाहिए. यह समय एक नए भारत के बारे में सोचना के साथ आगे बढ़ने का है. हमे इस ओर ध्यान देना चाहिए.
प्रयागराज में होगा आस्था-आधुनिकता का समागम
सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ अपनी आस्था और आधुनिकता के नए समागम के रूप में वैश्विक का पटल पर नई छाप छोड़ेगा. प्रयागराज महाकुम्भ भव्य, दिव्य और डिजिटल कुम्भ के रूप में जाना जाएगा. इसमें स्वच्छता, सुरक्षा और आधुनिकता के मॉडल के साथ आस्था और आधुनिकता का एक नया समागम भी होगा. दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आबादी अगले 45 दिनों में प्रयागराज की त्रिवेणी में डुबकी लगाएगी. सीएम योगी ने कहा कि 2013 के महाकुंभ में क्या स्थिति थी. उन्होंने कहा कि मॉरिशस के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्नान करने आए थे और अव्यवस्था गंदगी देख आंखों से आंसू बहाकर दुखी मन से कहा था कि क्या यही गंगा है और वापस चले गए थे.
कुछ लोगों ने दुष्प्रचार का ठेका ले रखा
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने दुष्प्रचार का ठेका ले रखा है, मैंने यहां स्नान किया और आचमन किया, लेकिन बीमार नहीं पड़ा. मौजूदा वक्त में 10 हजार तीन सौ से ज्यादा क्यूसेक पानी केवल गंगा और यमुना में है. यह इतना पवित्र है कि आप वहां स्नान भी कर सकते हैं और बिना किसी संकोच के आचमन भी कर सकते हैं. मैं खुद करता हूं. यह मेरी आस्था भी है. 2025 का महाकुंभ सुव्यवस्था, आस्था और आधुनिकता के महासमागम के रूप में जाना जाएगा. बीजेपी की डबल इंजन सरकार इस आयोजन को भव्य-दिव्य तरीके से संपन्न कराने के लिए तैयारी कर रही है. साथ ही आस्था का सम्मान देते हुए मूर्त रूप दे रही है.
महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री पर कही ये बात
सीएम ने कहा कि ये दुनिया का सबसे बड़ा एक अस्थायी शहर है और कम से कम 40 करोड़ लोग यहां आने वाले हैं. जाति-मत से ऊपर उठ करके संगम में एक साथ डुबकी लगाएंगे. महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री पर सीएम ने कहा कि जिनके मन में भारत और भारतीयता के प्रति, भारत की सनातन परंपरा के प्रति सम्मान और श्रद्धा का भाव है, वो यहां पर आएं, लेकिन अगर कोई कुत्सित मानसिकता के साथ यहां आता है तो मुझे लगता है कि उसकी भावनाओं को भी अच्छा नहीं लगेगा और उसके साथ अन्य तरीके से भी व्यवहार हो सकता है इसलिए वैसे लोग न भी आएं तो अच्छा है, लेकिन श्रद्धा के साथ आने वाला हर व्यक्ति प्रयागराज आए.
संभल में श्री हरि विष्णु मंदिर तोड़ने का जिक्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज जिस कार्य का हकदार है, उसे प्राप्त होना चाहिए. प्रयागराज की इस धरती पर हजारों वर्ष से कुंभ का आयोजन होता आ रहा है. इसके बाद भी उसको कोई वक्फ बोर्ड की लैंड बोल दे तो बस यही कहना है कि ये वक्फ बोर्ड है या भूमाफियाओं का बोर्ड है. ये कुम्भ की भूमि है और हमेशा कुम्भ के लिए उपलब्ध रहेगी. जो परंपरागत रूप से संगम में स्नान को आएंगे, उनका स्वागत है, वहीं जो कहेंगे ये भूमि हमारी है, उनकी डेंटिंग-पेंटिंग होगी. संभल के मामले पर उन्होंने कहा कि संभल में श्री हरि विष्णु मंदिर तोड़ने का जिक्र है. हरि विष्णु मंदिर के शास्त्रीय प्रमाण और आस्था के साक्ष्य वहां मौजूद हैं.
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