बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख खालिदा जिया मंगलवार देर रात लंदन के लिए रवाना हो गईं. जिया को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद बिन खलीफा अल थानी की भेजी गई विशेष एयर एंबुलेंस से ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से भेजा गया. उन्हें विदा करने के लिए सैकड़ों समर्थक और पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे.
जिया ऐसे समय में देश छोड़कर गई हैं जब बांग्लादेश गंभीर राजनीतिक संकट से गुजर रहा है. अगस्त 2024 में छात्रों के नेतृत्व में हुए बड़े जनांदोलन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता छोड़नी पड़ी थी. इसके बाद नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार की जिम्मेदारी संभाली है. यूनुस ने 2026 की पहली छमाही में या इससे पहले चुनाव कराने की योजना बनाई है.
ये है लंदन जाने की वजह
जिया के डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें लीवर सिरोसिस, हृदय रोग और किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारियां हैं. उनके करीबी सहयोगी इनामुल हक चौधरी ने बताया कि जिया का इलाज लंदन में किया जाएगा. वहां उनके सबसे बड़े बेटे और बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान हैं. जिया के गुलशन के आवास से हवाई अड्डे तक करीब 10 किलोमीटर के सफर में तीन घंटे का समय लगा, क्योंकि हजारों समर्थक उन्हें विदा करने के लिए सड़कों पर उमड़ पड़े.
जिया का राजनीतिक प्रभाव
खालिदा जिया और शेख हसीना की गिनती बांग्लादेश की सबसे प्रभावशाली नेताओं में होती है. इनकी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता ने देश की राजनीति को दशकों तक प्रभावित किया है. जिया का यह इलाज का सफर ऐसे वक्त में हो रहा है जब उनके समर्थकों को देश के भविष्य और आगामी चुनावों पर गहरी नजर बनाए रखने की जरूरत है.
भ्रष्टाचार मामलों में दोषी थीं जिया
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को अंतरिम सरकार के प्रमुख नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के शासन में एक भ्रष्टाचार मामले में बरी कर दिया गया था. जिया को शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान दो भ्रष्टाचार मामलों में दोषी ठहराया गया था और 17 साल की सजा सुनाई गई थी. उनके समर्थकों का कहना है कि ये मामले राजनीतिक प्रेरित थे.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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