Noida News :
शहर में बढ़ती वाहनों की संख्या और पार्किंग स्थल की कमी को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण ने एक बड़ा कदम उठाया है। ऑटोमेटिक पजल पार्किंग सिस्टम स्थापित करने की दिशा में प्राधिकरण ने सेक्टर-63 में दो जगहों को चिह्नित कर लिया है और वहां काम भी शुरू कर दिया गया है। हाल में इसका निरीक्षण सीईओ डॉ लोकेश एम ने किया था।
नई पार्किंग व्यवस्था
प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेक्टर-63 में जी-204 और जी-203 को इस नई पार्किंग व्यवस्था के लिए चुना गया है। यह पहल शहर की पार्किंग समस्या को कम करने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी। इस परियोजना को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। इसकी सफलता के आधार पर बाकि जगहों पर भी इसका विस्तार किया जाएगा।
प्राधिकरण की प्लानिंग
पजल पार्किंग को तैयार होने वाले सेटअप में अभी 50 वाहन को पार्क करने की व्यवस्था की व्यवस्था होगा। साथ ही इसे आने वाले दिनों में बढ़ाया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, इस पार्किंग के एक स्लॉट को तैयार करने में करीब 8 लाख रुपये खर्च होंगे, ऐसे में 50 स्लॉट वाली पार्किंग को तैयार करने में करीब 4 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। हालांकि, इससे कम स्पेस में ज्यादा वाहन पार्क हो सकेंगे। इससे लोगों की पार्किंग की समस्या का सामाधान हो सकेगा।
जानिए खासियत
दरअसल यह पार्किंग ऑटोमेटेड है। इसमें गाड़ियां जमीन से एक मंजिल से दूसरी मंजिल पर शिफ्ट होती हैं। उसी तरीके से नीचे आती हैं। यह पूरा काम मशीनों के जरिए होता है। इसलिए इसमें सेंसर लगाए गए हैं। अगर गलती से कोई बच्चा या जानवर पार्किंग में घुस जाता है तो गाड़ी अपने आप जहां है वहीं रुक जाएगी। नीचे नहीं आएगी, ताकि कोई उसके नीचे न दब जाए। इसकी रेंज तय की जा सकती है। जिसे पीली लाइन से दर्शाया जा सकता है।
हाईटेक है पजल पार्किंग
ऑटोमेटेड पजल पार्किंग एक पजल गेम की तरह है। जिसमें जितने पार्किंग स्लॉट हैं, उतने ही स्टैंड हैं। जो घंटियों को ऊपर, नीचे, दाएं और बाएं घुमाते हैं। इसे ऐसे समझें, एक कार पार्किंग के लिए आती है। उसे जमीन पर बने स्टैंड पर पार्क किया जाता है। कार को पांचवीं मंजिल पर पार्क करना होता है। ऐसे में सेंसर के जरिए पूरा स्टैंड कार के साथ ऊपर उठ जाएगा और पांचवीं मंजिल पर जाकर सेट हो जाएगा। दूसरा स्टैंड अपने आप नीचे खाली जगह पर शिफ्ट हो जाएगा
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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